राजस्व समन्वय समिति एवं आंतरिक संसाधन की समीक्षात्मक बैठक में जिले सात अंचलों की प्रगति असंतोष, डीएम ने दिए सख्त निर्देश
बक्सर। डीएम अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में राजस्व समन्वय समिति एवं आंतरिक संसाधन की समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित सभाकक्ष में की गई। जिसमें सर्वप्रथम अपर समाहर्त्ता/भूमि सुधार उप समाहर्त्ता/अंचल अधिकारियों के लिए माह-सितम्बर, 2024 के लिए राज्य स्तरीय जारी रैंकिंग में गिरावट पर खेद व्यक्त करते हुए सभी अंचल अधिकारी/भूमि सुधार उप समाहर्त्ता तथा अपर समाहर्त्ता, बक्सर को निदेशित किया गया कि एक सप्ताह के अन्दर अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित किया जाय, ताकि विभाग द्वारा निर्धारित प्राथमिकता वाले कार्यो में प्रगति परिलक्षित हो सके।
अभियान बसेरा-2 में अंचल-राजपुर, इटाढ़ी, चक्की, केसठ, डुमरांव, नावानगर एवं चौसा सहित सभी अंचलों की प्रगति असंतोषजनक पाई गई। कुछ राजस्व कर्मचारियों द्वारा बिना जॉच किए ही सर्वेक्षण किया गया है। रेहान अहमद राजस्व कर्मचारी, पंचायत-राजपुर तथा श्री प्रकाश कुमार, राजस्व कर्मचारी, अंचल-बक्सर के विरूद्ध गलत सर्वेक्षण प्रतिवेदन देने के कारण अनुशासनिक कार्रवाई हेतु प्रपत्र-‘क’ गठित करने का आदेश दिया गया। नावानगर में आथर पंचायत के राजस्व कर्मचारी रविशंकर शर्मा के विरूद्ध भी गलत प्रस्ताव देने के कारण प्रपत्र-‘क’ गठित करने का निदेश दिया गया।
बद्री प्रसाद सिंह, संविदाधारी राजस्व कर्मचारी को अंचल-राजपुर में पदस्थापन के दौरान पंचायत-हरपुर / दुल्फा में गलत सर्वेक्षण करने के कारण संविदा समाप्त करने का निर्णय लिया गया। सभी अंचल अधिकारियों को निदेशित किया गया कि विभाग द्वारा निर्धारित मापदण्ड के अनुसार कार्य निष्पादित करेंगे।
साथ ही गलत सर्वेक्षण करने वाले राजस्व कर्मचारियों के विरूद्ध 02 दिनों के अन्दर अनुशंसा समर्पित करेंगे। भूमि सुधार उप समाहर्त्ता बक्सर एवं डुमरांव भी अपने स्तर से नियमित रूप से जांच करते हुए नियम विरूद्ध कार्य करने वाले राजस्व कर्मचारियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई हेतु प्रपत्र-‘क’ गठित करने का प्रतिवेदन समर्पित करेंगे।
समीक्षा के क्रम में पाया गया कि कुछ राजस्व कर्मचारियों द्वारा वगैर सक्षम आदेश के डिलिशन का कार्य किया जा रहा है, जो पूर्णतः गलत है। अंचल-इटाढ़ी एवं राजपुर के अंचलाधिकारी दोषी राजस्व कर्मचारी को चिन्हित कर कार्रवाई का प्रस्ताव देंगे। अनुमण्डल पदाधिकारी बक्सर एवं डुमरांव इसकी जॉंच करेंगे।
अभियान बसेरा-2 में अगले माह तक 35 प्रतिशत का लक्ष्य प्राप्त करने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी अंचल अधिकारी को ठोस कार्य योजना बनाकर गंभीरतापूर्वक कार्य करने निदेश दिया गया।दाखिल-खारिज की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि अंचल-चौसा, बक्सर एवं नावानगर के स्तर पर 75 दिनों से ज्यादा वाले मामलें सर्वाधिक लंबित है। संबंधित अंचल अधिकारी से स्पष्टीकरण करने का निदेश दिया गया।
साथ ही अन्य सभी अंचल अधिकारियों को निदेश दिया गया कि एक सप्ताह के अन्दर ऐसे सभी लंबित मामलों का निष्पादन करेंगे। भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, बक्सर एवं डुमरॉव को निदेशित किया गया कि अंचल की समीक्षा के दौरान इस प्रकार की मामलें की अनुश्रवण करना सुनिश्चित करेंगे।
सभी अंचल अधिकारी को निदेशित किया गया कि सर्वाधिक दिनों से दाखिल- खारिज संबंधी मामलें को लंबित रखने वाले राजस्व कर्मचारी को स्पष्टीकरण करते हुए उनके विरूद्ध प्रपत्र-‘क’ गठित कर अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा करना सुनिश्चित करेंगे।
परिमार्जन प्लस समीक्षा के क्रम में सभी अंचल अधिकारी को निदेशित किया गया कि परिमार्जन प्लस विभागीय प्राथमिकता में सर्वोच्च स्थान पर है, क्योंकि इसका संबंध सीधे तौर आम जनता से जुड़ा हुआ है। यदि किसी भी अंचल अधिकारी, राजस्व कर्मचारी द्वारा नियम के विरूद्ध कार्रवाई की जाती है और जॉच के क्रम में इस प्रकार के मामलें संज्ञान में आते है तो संबंधित अंचल अधिकारी, राजस्व कर्मचारी पर प्रपत्र-‘क’ गठित कर अनुशसनिक कार्रवाई की जायेगी।
समीक्षा के क्रम में यह भी पाया गया कि ज्यादा मामलें को रिवर्ट किया गया है, जिसकी जॉंच आवश्यक है। भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, बक्सर एवं डुमरॉव को निदेशित किया गया कि इस प्रकार की 20-20 मामलें की जॉंच एक सप्ताह में करते हुए जॉच प्रतिवेदन समर्पित करेंगे।
समीक्षा के क्रम में पाया गया कि ऑनलाईन मापी के साथ-साथ पूर्व के ऑफलाईन मापी का मामला भी अंचल स्तर पर लंबित है। मापी संबंधी मामलें का निष्पादन त्वरित किया जाना आवश्यक है। इसके लिए अंचल में कार्यरत अमीन द्वारा मासिक और साप्ताहिक रूप से की जा रही मापी की जानकारी आवश्यक है। सभी अंचल अधिकारी को निदेशित किया गया कि 02 दिनों के अन्दर कार्यरत अमीन द्वारा किये जा रहे मापी के संबंध में प्रतिवेदन समर्पित करना सुनिश्चित करेंगे।
नीलाम पत्र वाद का निष्पादन प्राथमिकता के आधार पर किया जाना है। अपेक्षित प्रगति नहीं होने का मुख्य कारण अंचल अधिकारी द्वारा साप्ताहिक एवं मासिक बैठक नहीं करना तथा राजस्व कर्मचारी को लक्ष्य निर्धारित कर प्राप्ति की समीक्षा नहीं करना है। सभी अंचल अधिकारी अगले माह तक दिये गये निदेश के आलोक में प्रगति लाना सुनिश्चित करें, अन्यथा अनुशासनिक कार्रवाई अपेक्षित है।
आन्तरिक संसाधन की समीक्षात्मक बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को निदेशित किया गया कि अगली बैठक से माहवार निर्धारित लक्ष्य तथा माहवार प्राप्ति की जानकारी के साथ बैठक में भाग लेना सुनिश्चित करेंगे। विगत बैठक में दिये गये निदेश का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करते हुए बैठक संबंधी प्रतिवेदन में मदवार निर्धारित लक्ष्य एवं वसूली का प्रतिशत आवश्य रूप से अंकित करे। सोन नहर प्रमण्डल, बक्सर एवं आरा/खनन कार्यालय/नगर परिषद, बक्सर एवं डुमरॉव/विद्युत/माप-तौल आदि को निदेशित किया गया कि आगामी बैठक में राजस्व वसूली में तेजी लाने हेतु कार्ययोजना के साथ बैठक में भाग लेना सुनिश्चित करेंगे।
विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता को निदेशित किया गया कि गलत ढंग से बिजली का उपयोग करने वाले बड़े उद्योग/लघु उद्योग/होटल/बड़े मकान आदि पर भी औचक छापेमारी कर कर्रवाई करेंगे। जिला मत्सय पदाधिकारी, बक्सर द्वारा निर्धारित लक्ष्य के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गयी। अगली बैठक से पूर्व विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि से अवगत कराएंगे। जिला कृषि पदाधिकारी, बक्सर को निदेशित किया गया कि अनुज्ञप्ति प्राप्त बीज भण्डार आदि दुकानों की विस्तृत विवरणी आगामी बैठक में समर्पित करेंगे।
बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिसूचित कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद बक्सर एवं वन प्रक्षेत्र बक्सर के पदाधिकारी से स्पष्टीकरण करने का निदेश दिया गया। बैठक समाप्ति से पूर्व सभी पदाधिकारियों को निदेशित किया गया कि लक्ष्य के अनुरूप कार्य योजना बनाकर शत-प्रतिशत वसूली करना सुनिश्चित करेंगे।