
रक्षाबंधन पर्व पर छात्राओं ने बनाई आकर्षक राखियां
सीतामढ़ी। प्रखंड रून्नीसैदपुर के राजकीय मध्य विद्यालय गंगवारा में गुरुवार को पारंपरिक त्योहार रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में छात्राओं द्वारा राखी निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रेणु कुमारी एवं शिक्षिका अंजू कुमारी के नेतृत्व में संपन्न हुआ।
भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा के प्रतीक पर्व को छात्राओं ने दी रचनात्मक अभिव्यक्ति
रक्षाबंधन पर्व, जो भाई और बहन के अटूट प्रेम, स्नेह और रक्षा-संस्कार का प्रतीक है, को विद्यालय में सांस्कृतिक और रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से जीवंत किया गया। छात्राओं ने रंग-बिरंगे धागों, चमकीली सजावट की सामग्री, मोती, सितारे, ग्लिटर और रेशमी रिबन की सहायता से विविध प्रकार की राखियां तैयार कीं।
इस अवसर पर शिक्षिका अंजू कुमारी ने छात्राओं को राखी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, सांस्कृतिक महत्व एवं समाज में इसकी भूमिका के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह पर्व केवल भाई-बहन के रिश्ते तक सीमित नहीं, बल्कि समाज में प्रेम, सौहार्द और आपसी विश्वास का संदेश देता है।
बालिकाओं की रचनात्मक प्रतिभा को मिला मंच
राखी निर्माण गतिविधि में छात्रा निशा, आरोही व पुष्पांजलि ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कई छात्राओं ने पर्यावरण-संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए इको-फ्रेंडली राखियां भी बनाईं, जिनमें कागज, कपड़ा और प्राकृतिक सजावटी सामग्री का उपयोग किया गया।
प्रधानाध्यापिका रेणु कुमारी ने कहा कि “इस प्रकार की गतिविधियाँ बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इससे न केवल उनकी रचनात्मक सोच को बढ़ावा मिलता है, बल्कि वे अपनी संस्कृति और परंपराओं से भी जुड़ते हैं।”
विद्यालय में छाया उल्लास का माहौल
पूरे विद्यालय में रक्षाबंधन को लेकर उत्साह का माहौल रहा। छात्राओं ने एक-दूसरे को राखियां बांधकर भाई-बहन के प्रेम की अनुभूति की। शिक्षकों ने भी बच्चों की सराहना की और उनके द्वारा बनाई गई राखियों की प्रदर्शनी लगाई गई।
अंत में, सभी प्रतिभागी छात्राओं को विद्यालय प्रशासन की ओर से प्रोत्साहन स्वरूप प्रशंसा-पत्र दिए गए। यह आयोजन न केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम था, बल्कि बच्चों के लिए आत्म-अभिव्यक्ति का एक सुनहरा अवसर भी साबित हुआ।
रक्षाबंधन पर्व के इस आयोजन ने विद्यालय को उत्सव, स्नेह और सौहार्द की भावना से सराबोर कर दिया।