मध्य विद्यालय सबनीमा, अथमगोला पटना में महावारी सुरक्षा के तहत बच्चों को किया गया जागरूक
मध्य विद्यालय सबनीमा, अथमगोला पटना में चलाया गया चुप्पी तोड़ो खुलके बोलो कार्यक्रम
बैगलेस सुरक्षित शनिवार को शीर्षक बाल विवाह, इसके बारें बच्चों को दी गई जानकारी
डुमरांव. मध्य विद्यालय सबनीमा, अथमगोला पटना में शिक्षिका सरिया खुर्शीद की उपस्थिति में माहवारी स्वस्थ प्रबंधन से एमएचएम से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम चुप्पी तोड़ो खुलके बोलो कार्यक्रम के तहत बच्चों को जागरूक किया गया. कार्यक्रम के दौरान बच्चों को बताया गया कि अब इस विषय पर चर्चा करने में शर्म और झिझक नहीं करना है, बल्कि चुप्पी तोड़ते हुए खुलकर पूछने और जानने की आवश्यकता है. अगर आज शर्मिंदगी के डर से चुप्पी साध ली गई तो कल बड़ी परेशानी खड़ा होना तय है.
माहवारी की सही जानकारी के संबंध में एक अभियान चुप्पी तोड़ो चर्चा करों, स्वस्थ्य रहो का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के संबंध में सही जानकारी किशोरियों को प्रदान किया जाना है. उन्होंने किशोरियों को महावारी के दौरान होने वाले शारीरिक बदलाव के बारे में बताया एवं माहवारी से जुड़े सवाल करने में कोई भी शर्मिंदगी महसूस ना करें इसके प्रति जागरूक किया.
इसके साथ ही माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के अंतर्गत सेनेटरी पैड का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया एवं इसके लाभ बताए. इसके अलावे बच्चों को बाल विवाह से संबंधित जानकारी देने के साथ शिकायत करने को लेकर इस नंबर 1098 काल किया जा सकता है. वहीं महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर संबंधित शिकायत कर सकते है. बच्चों को बताया गया कि बैगलेस सुरक्षित शनिवार का इस बार का शिर्षक बाल विवाह है. इसके बारें में शिक्षिका के द्वारा बताया गया कि बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 में बना था.
इसके बारें में शिक्षिका के द्वारा बताया गया कि बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 में बना था. भारत में बाल विवाह हरबिलास सारदा (1867-1955) एक भारतीय शिक्षाविद्, न्यायधीश और राजनीतिज्ञ थे. उन्हे बाल विवाह निरोधक अधिनियम (1929) में पेश करने के लिए जाना जाता है. शनिवार को बैगलेस सुरक्षित शनिवार को बच्चों ने अलग-अलग अपनी प्रस्तुति दी. शनिवार को बैगलेस सुरक्षित शनिवार को बच्चों ने अलग-अलग अपनी प्रस्तुति दी. मौके पर एचएम सुरेंद्र पासवान, बलराम साव, राजेश कुमार, संजीव कुमार, श्वाति, नगमा, अर्चना कुमारी, चंदा कुमार सहित अन्य उपस्थित रहें.