
बच्चों को आपदा प्रबंधन और चक्रवात से बचाव की दी गई जानकारी
चौगाई। चौगाई प्रखण्ड अंतर्गत मध्य विद्यालय कोन्ही में शनिवार को “सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम” के तहत छात्रों और शिक्षकों को चक्रवाती तूफान एवं अन्य आपदाओं से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को प्राकृतिक आपदाओं के समय अपनाए जाने वाले सावधानियों से अवगत कराना था।
विद्यालय की शिक्षिका रश्मि अग्रवाल और राजकुमार राम ने बच्चों को चक्रवात के दौरान सुरक्षित रहने के उपाय बताए। उन्होंने बताया कि चक्रवात आने की स्थिति में कैसे किसी मजबूत और सुरक्षित स्थान पर पहुँचना चाहिए। बिजली के खंभों, बड़े पेड़ों और जलजमाव वाले स्थानों से दूर रहने की सलाह दी गई। साथ ही उन्होंने बताया कि आपदा की स्थिति में घबराने के बजाय संयम और सतर्कता जरूरी है। उन्होंने बच्चों को आपातकालीन नंबरों और प्राथमिक सहायता की जानकारी भी दी।
प्रधानाध्यापक ने दी जागरूकता की आवश्यकता पर बल
विद्यालय के प्रधानाध्यापक रंग जी प्रसाद ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों से बच्चों में आत्मविश्वास आता है और वे किसी भी आपदा का सामना बेहतर तरीके से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं को रोका नहीं जा सकता, लेकिन उनके दुष्प्रभाव को कम जरूर किया जा सकता है।
नाटक के माध्यम से दी गई लू से बचाव की जानकारी
कार्यक्रम के दौरान बच्चों को लू से बचने के उपाय नाटक के माध्यम से रोचक तरीके से समझाए गए। नाटक में बच्चों ने यह दर्शाया कि गर्मी के मौसम में किस प्रकार पानी पीना, छायादार स्थानों में रहना और दोपहर के समय बाहर निकलने से बचना जरूरी है।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों में असगर अली, अशोक कुमार, प्रकाश कुमार ठाकुर, मो. अंसारी और रवीन्द्र सिंह ने भी भाग लिया। उन्होंने बच्चों को हर प्रकार की आपदा से सुरक्षित रहने के लिए जरूरी जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि आपदा के समय सामुदायिक सहयोग और सूझबूझ से कैसे जानमाल की हानि को कम किया जा सकता है।
इस प्रकार “सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम” ने न सिर्फ बच्चों को शिक्षित किया, बल्कि शिक्षकों और अभिभावकों को भी जागरूक किया कि आपदाओं से निपटना सिर्फ प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है।

