भीषण गर्मी एवं लू से पीड़ित लोगों को मुहैया कराई जाएगी समुचित चिकित्सकीय सुविधा : सीएस

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सभी सरकारी अस्पतालों में जरूरी दवाएं और उपकरण कराए जा रहे है मुहैया

बक्सर, 26 अप्रैल, गत दिनों जिले में भीषण गर्मी के कारण जन-जीवन प्रभावित है तथा आगामी दिनों में तापमान और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, अत्यधिक गर्मी एवं उससे उत्पन्न लू से आमजनों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर पोशानियों का सामना करना पड़ता है।

विशेषकर छोटे बच्चों, स्कूली बच्चों, बुजुर्ग एवं गर्भवती एवं धातु माताओं तथा विभिन्न कार्य के लिए घर से बाहर निकलने वाले व्यक्तियों को स्वास्थ्य संबंधी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र के माध्यम से बक्सर समेत सभी जिले के सिविल सर्जन के लिए निर्देश जारी किया है।

पत्र में बताया गया है कि इस मौसम में पेयजल संकट की स्थिति भी अपन्न होती है। वहीं, मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार विगत कुछ वर्षों की तुलना में इस वर्ष अत्यधिक गर्मी पड़ने की संभावना है। ऐसे में यह आवश्यक है कि जिलान्तर्गत सरकारी अस्पतालों द्वारा आमजनों को भीषण गर्मी एवं लू से बचाव हेतु कारगर उपाय एवं कार्रवाई की जाये।

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साथ ही, जिला स्तरीय चिकित्सकीय व्यवस्था इस विधि से सुनिश्चित किया जाये कि अत्यधिक गर्मी एवं उससे उत्पन्न लू के चिकित्सकीय प्रबंधन से संबंधित सभी व्यवस्थाओं सहित स्वास्थ्य संस्थान, चिकित्सक एवं पारा चिकित्सा कर्मी प्रत्येक स्थिति में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने हेतु पूर्णतः अलर्ट रहे

उपचार एवं प्रबंधन के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की जा रही

सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वार निर्देशों का पालन किया जा रहा है। जिसके तहत जिले के सभी अस्पतालों में भीषण गर्मी एवं लू से प्रभावित व्यक्तियों के लिए समुचित चिकित्सकीय उपचार एवं प्रबंधन के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की जा रही है।

साथ ही, सभी सरकारी अस्पतालों में दस्त एवं अतिसार से संबंधित सभी प्रकार के आवश्यक औषधियों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, लू से पीड़ित व्यक्तियों की हृदय गति दर, रक्तचाप दर, श्वसन दर, गुदा का तापमान एवं मानसिक स्थिति की सतत निगरानी की व्यवस्था की जा रही है।

प्राप्त निर्देशों के तहत जिले के अस्पतालों में लू से ग्रसित गंभीर मरीजों का पूर्ण रक्त गणना, इलेक्ट्रोलाइट, ईसीजी, अन्य मेटाबोलिक असामान्यताएं, लिवर फ़ंक्शन परीक्षण, किडनी फ़ंक्शन परीक्षण कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाएगी।

मरीजों के लिए डेडिकेटेड वार्ड में बेड सुरक्षित

सिविल सर्जन डॉ. सिन्हा ने बताया कि गर्मी के आगमन के साथ ही जिले के अस्पतालों में गर्मी व लू की चपेट में आने वाले मरीजों के लिए डेडिकेटेड वार्ड में बेड सुरक्षित कर दिए गए थे। जहां पर आवश्यकता अनुसार 24 घंटे चिकित्सकों एवं पारा चिकित्सा कर्मियों का रोस्टर संधारित करते हुये उनकी प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की जाएगी।

इन वार्डों में दवाओं के साथ साथ आवश्यक उपकरण भी मुहैया कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि लू की चेतावनी के साथ ही जिले के अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश जारी किया जा चुका है। साथ ही, जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल के द्वारा निर्धारित हीट वेव एक्शन प्लान के तहत भी लू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

जिसके अनुसार सभी प्रखंडों में बचाव कार्य के लिए अधिकारी व कर्मी तैनात हैं। दूसरी ओर, फ्रंट लाइन वर्कर्स के माध्यम से लू से बचाव के लिए प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। जिससे लोगों को लू की चपेट में आने से बचाया जा सके।

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