बीएनएमवी कॉलेज में 28-29 को होने वाला अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की तैयारी अंतिम चरण में
सेमिनार को यादगार बनाने में डटे दिखे कॉलेज परिवार, सभी छुट्टियां रद्द
मधेपुरा/डा. रूद्र किंकर वर्मा।
कॉमर्स कॉलेज साहुगढ़ मधेपुरा में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में देश विदेश के कई विद्वानों का जमघट होगा। कॉलेज में 28 और 29 नवंबर को समकालीन विमर्श समाज और साहित्य विषय पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। संगोष्ठी की सफलता के लिए आयोजन समिति के सदस्यों की समीक्षा बैठक प्रधानाचार्य सह आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार की अध्यक्षता में हुई।
जिसमें उन्होंने कई निदेेश दिए बैठक में सेमिनार को यादगार बनाने के लिए सभी शिक्षक और कर्मचारियों सहित छात्रों को सक्रिय भागीदारी देने की बात कही गयी। प्रधानाचार्य डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि सबों के सामुहिक सहयोग से ही यह अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार शिक्षक, शोधार्थी, छात्र और समाज के लिए ज्ञानवर्द्धक बन पाएगा। समकालीन विमर्श समाज और साहित्य एक ऐसे ही विमर्श को प्रस्तुत करता है जिसमें स्त्री, दलित, आदिवासी, पिछड़ा, अल्पसंख्यक, किन्नर, दिव्यांग, वृद्ध आदि के समस्त रूप समाहित हैं।
भारतीय परिप्रेक्ष्य में विमर्श एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में उभरा है। ऐसे में यह संगोष्ठी मील का पत्थर साबित होगा। प्रधानाचार्य ने कहा कि सेमिनार की समाप्ति तक शिक्षक और कर्मचारियों को छुट्टी नहीं दी जाएगी। यहां तक कि इस दौरान अवकाश के दिन भी सबों को कॉलेज में रहकर दायित्वों का निर्वहन करना होगा।
प्रधानाचार्य ने प्रसन्नता व्यक्त करते कहा कि अभी तक का किया गया काम संतोषजनक है। आयोजन समिति के सचिव डॉ. मृत्युंजय कुमार ने कहा कि सेमिनार में आने वाले रिसोर्स पर्सन, अतिथि और प्रतिभागियों के स्वागत सत्कार में कोई कमी नहीं हो। हम अपनी संस्कृति और आतिथ्य भाव को बखुबी दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि हमें तन मन के साथ सहयोग करने की जरूरत है।
कई देशों से विद्वानों के आने की है संभावना
अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के संयोजक डॉ. शेफलिका शेखर ने कहा कि संगोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों के अलावे कई अन्य देशों से भी विद्वानों को आने की संभावना है। इसके लिए तैयारी तेज कर दी गयी है। संगोष्ठी के संयोजक डॉ. शेफालिका शेखर ने बताया कि सेमिनार में बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों से प्रतिभागी भाग लेंगे। इसमें उच्च स्तरीय स्मारिका का विमोचन किया जाएगा।
सेमिनार की सफलता के लिए राज्यपाल सहित कई गणमान्य और विद्वानों का शुभकामना संदेश प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि संगोष्ठी में जेएनयू दिल्ली के प्रो. वीर भारत तलवार, पाटलीपुत्र विवि के प्रो. सफदर इमाम कादरी, जर्मनी के डॉ. प्रभात कुमार, साहित्यकार डॉ. शांति यादव, वाराणसी के डॉ.कमलेश वर्मा,
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के डॉ. अरविंद कुमार, नेपाल के डॉ. वीर बहादूर महतो, भदोही के डॉ. सुचिता वर्मा, डेनमार्क से डॉ. विवेक शुक्ल, मिजोरम से डॉ. अमिष वर्मा, जापान के डॉ. वेद प्रकाश सिंह, गया के डॉ. अनुज लुगुन, पूर्णिया से डॉ. वंदना भारती, अरुणाचल से डॉ. अभिषेक यादव सहित अन्य विद्वानों को आमंत्रित किया गया है।
सेमिनार में इन विषयों पर विद्वान रखेंगे अपनी राय
बीएनएमवी कॉलेज में आयोजित अंतराष्ट्रीय समिनार में समकालीन साहित्य और भारतीय साहित्य, बहुजन साहित्य की अवधारणा, राष्ट्रीय चेतना, दलित चेतना, स्त्री विमर्श, लैंगिक समानता की अवधारणा सहित विभिन्न विषयों पर अपनी राय रखेंगे। डॉ. शेफालिका शेखर ने बताया कि इस संगोष्ठी से प्रतिभागियों को काफी जानकारी मिलेगी।
सजने लगा कॉलेज परिसर बीएनएमवी कॉलेज में 28 और 29 नवंबर को आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के लिए कॉलेज की साफ सफाई, रंगाई पुताई के साथ ही भव्य और आकर्षक पंडाल का निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है। सेमिनार में रिर्सोस पर्सन सहित प्रतिभागियों को कोई असुविधा नहीं हो इसके लिए खास ख्याल रखा जाएगा।
बैठक में डॉ. मनोरंजन प्रसाद, डॉ. निजामुद्दीन अहमद, डॉ. मीरा कुमारी, डॉ. जय प्रकाश भगत, डॉ. प्रभाकर, हरीश खंडेलवाल, श्वाती भारती, नीतीशा नयन, मीरा भारती, डॉ. प्रियंका कुमारी, कुमारी अनामिका, डॉ. अरुण कुमार, डॉ. राकेश कुमार, डॉ.भूषण कुमार, डॉ. अरुण कुमार साह, डॉ. अंजली कुमारी, डॉ. रूद्र किंकर वर्मा, डॉ. एनके निराला, सुमंत कुमार, डॉ. हरित कृष्ण, डॉ. संजय कुमार परमार सहित अन्य मौजूद थे।