बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति व बिहार सरकार के बीच वार्ता विफल, 96 घंटे का विधानसभा के समक्ष घेरा-डालो, डेरा-डालो कार्यक्रम आयोजित
आगामी 07 से 10 नवंबर 2023 तक 96 घंटे का विधानसभा के समक्ष विधानसभा के समक्ष घेरा-डालो, डेरा-डालो महापड़ाव का निर्णय
पटना. बुधवार को समाज कल्याण विभाग के सचिव प्रेम सिंह मीणा के कार्यालय कक्ष में बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता हुईं. वार्ता के दरम्यान सरकार का पक्ष संतोष जनक नहीं रखा गया.
प्रतिनिधिमंडल की ओर से सचिव को स्पष्ट रूप से यह कह दिया गया कि यह अनिश्चितकालीन हड़ताल में राज्य सरकार से मुख्य मांग दस हजार रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि है, वो जब तक सरकार नहीं देगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगा. चुकी आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को विगत पांच वर्षो से सरकार धोखा दे रही है.
वार्ता उपरांत संयुक्त संघर्ष समिति के चारो घटकों के उपलब्ध नेतृत्व कर्ताओं, नेत्रियों की एक बैठक गुड़िया कुमारी की अध्यक्षता में केदारभवन अदालतगंज पटना में संपन्न हुईं. बैठक में सर्व सम्मति से 07 से 10 नवंबर 2023 तक 96 घंटे का विधानसभा के समक्ष घेरा-डालो, डेरा-डालो महापड़ाव कार्यक्रम को जुझारू ढंग से सफल बनाने का निर्णय लिया गया.
दो लाख आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं को 07 नवंबर को पटना में जुटने-जुटाने का आह्वान किया गया है, जो 10 नवम्बर तक रहेगें. मौके पर कुमार विन्देश्वर सिंह, अनिता झा, कुमारी रंजना, प्रतिमा कुमारी संयोजक मंडल सदस्य गण मौजूद रहीं.