बच्चों को सतत् खाद्य प्रणाली अपनाने को लेकर कैंप में दूसरे दिन बच्चों को दी गई विस्तृत जानकारी
औरंगाबाद। राजकीय मध्य विद्यालय घेउरा में शिक्षा विभाग, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना द्वारा आयोजित समर कैंप-2024 के दूसरे दिन प्रधानाध्यापक लाल मोहन प्रसाद, शिक्षिका रमीना कुमारी ने सतत् खाद्य प्रणाली अपनाने को लेकर बच्चों को विस्तृत जानकारी दी।
शिक्षिका ने बच्चों बताया कि अपने घरों में पुराने बाल्टी, प्लास्टिक की बोतले और मिट्टी के बर्तन का उपयोग करके पुदीना, धनिया, टमाटर, मिर्च, मूली, शलजम सहित अन्य पौधे उगा सकते है, जो पूर्णत जैविक होगा। उन्होने कहां कि अभी से बच्चें अगर इसके अपनाएं तो पढ़ाई के साथ स्वावलंबी के साथ साथ अच्छे नागरिक बन सकते है।
वहीं आगे भविष्य में बेहतर किसानी कर सकते है। पोषण वाटिका वैसी वाटिका है, जिसके अंतर्गत हम सभी अपने घरेलू आवश्यकताआ,ें पोषक तत्वों की पूर्ति करने के लिए अपने आसपास या छत के मुडेर व विद्यालय परिसर में हरी सब्जियों, फलों और औषधिय पौधा की खेती कर सकते हैं। कैंप में सतत् खाद्य प्रणाली को अपनाने को लेकर स्कूल में पोषण वाटिका बनाना, पुनर्जीवित करना और प्रबंधन करने के बारें मंे बच्चों को जानकारी दी गई।
छात्र-छात्राएं पुराने बाल्टी, प्लास्टिक की बोतले और मिट्टी के बर्तन का उपयोग करके पौधे उगा सकते है। मचान के सहारे लतर वाले पौधे को उगा सकते है। स्कूल के गीले कचरे से बनें कम्पोस्ट का उपयोग करें, रासायनिक उर्वरकों और पेस्टिसाइड्स का उपयोग न करें। जैव एंजाइम जैसे कचरें से बनें परिस्थितिकीय पेस्टिसाइड्स बनाने के लिए प्रोत्साहित करें।
विद्यालय पोषण वाटिका में उत्पादित साग-सब्जियों को मासिक रूप से रिकार्ड संधारण करने को लेकर जागरूक किया गया। प्रधानाध्यापक लाल मोहन प्रसाद, शिक्षिका रमीना कुमारी ने सभी बिंदुओं पर विस्तार से बच्चों को बताया। इसके पहले दिन स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाने को लेकर शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बच्चों को जानकारी दी।
वहीं तीसरे दिन बुधवार को ई कचरा कम करने को लेकर जानकारी दी जाएगी। यह समर कैंप 1 जुलाई से 8 जुलाई तक चलेगा। मौके पर शिक्षक-शिक्षिकाओं में आरती प्रजापति, रूही परवीन, खुशब कुमारी, लवली कुमार, संतोष, प्रेम शीला, अश्विनी पाल, गोपाल राम सहित अन्य की भूमिका सराहनीय रहीं।