
डुमरांव। जल संरक्षण की अहमियत को समझते हुए बक्सर जिले के अंतर्गत सभी विद्यालयों में 16 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025 तक “जल संरक्षण पखवाड़ा” मनाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों, विद्यालय शिक्षा समिति एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के बीच जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है।
बक्सर शिक्षा विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार, सभी विद्यालयों में तय प्रपत्र में अंकित गतिविधियों के आधार पर जल संरक्षण पर विशेष बैठक आयोजित की जानी है। इन बैठकों में बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों और समिति के सदस्यों को जल के सही उपयोग, उसके संरक्षण के उपायों तथा वर्षा जल संचयन जैसे मुद्दों पर जानकारी दी जाएगी। यह कार्यक्रम बच्चों में जल के महत्व को समझाने और उन्हें भविष्य के लिए जागरूक नागरिक बनाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।
प्रत्येक विद्यालय को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने परिसर में इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। इसके लिए बैनर, पोस्टर तथा अन्य माध्यमों का सहारा लिया जा सकता है। विद्यालय प्रमुखों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हर दिन की गतिविधियों की रिपोर्ट, प्रतिभागियों की संख्या, फोटो और वीडियो सहित संबंधित कार्यालय को अनिवार्य रूप से भेजी जाए, ताकि जिला स्तर पर एक समेकित प्रतिवेदन बनाकर राज्य कार्यालय, पटना को समय से प्रेषित किया जा सके।
जल संरक्षण पखवाड़े के तहत विभिन्न रचनात्मक गतिविधियाँ जैसे निबंध लेखन, चित्रकला, भाषण प्रतियोगिता, जल रैली तथा पोस्टर निर्माण आदि का आयोजन भी किया जा रहा है, जिससे छात्रों में जल संरक्षण के प्रति रचनात्मकता और रुचि उत्पन्न हो सके।
बक्सर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे इस कार्यक्रम की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि जिले का कोई भी विद्यालय इस अभियान से अछूता न रहे। यह प्रयास जिले भर में जल संरक्षण के प्रति एक सामूहिक चेतना विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
यह पखवाड़ा न केवल जल के महत्व को रेखांकित करेगा, बल्कि भावी पीढ़ी को पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने की जिम्मेदारी भी सौंपेगा।
