फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ, मुफ्त में खिलाया जा रहा है दवा
कोरानसराय उप स्वास्थ्य केंद्र के सीएचओ पूर्णिमा सिंह के नेतृत्व में खिलाया गया दवा
डुमरांव. फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का बुधवार को शुभारंभ किया गया. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पीएचसी प्रभारी डा. आरबी प्रसाद, प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप कुमार पांडेय, उमेश कुमार, बीसीएम अक्षय कुमार, अभिषेक कुमार सिन्हा, अविनाश, अभय कुमार ने कई लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाकर कार्यक्रम की शुभारंभ किया. कोरानसराय उप स्वास्थ्य केंद्र के सीएचओ पूर्णिमा सिंह के नेतृत्व में मध्य विद्यालय कोरानसराय में फाइलेरिया व एलबेन्डाजोल की दवा दी गई. कार्यक्रम का उदघाटन बीडीओ संदीप कुमार पांडेय ने फिता काटकर किया. मौके पर पंचायत के मुखिया के अलावे बीसी, आशा कर्मी सहित अन्य उपस्थित रहें.
पीएचसी प्रभारी ने कहां कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला संक्रामक रोग है. इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा लोगों को मुफ्त में दवा दी जा रही है. यह अभियान 20 सितंबर से 7 अक्टुबर तक चलेगा. कार्यक्रम की सफलता के लिए आशा, आंगनबाड़ी सेविका एवं प्रशिक्षित वालेंटियर को लगाया गया है, जो घर-घर जाकर दो वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को दवा की खुराक देंगे. दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी एवं एल्बेडाजोल की एक-एक गोली, छह से चौदह साल के किशोर को डीईसी की दो तथा एल्बेडाजोल की एक गोली तथा 15 साल के ऊपर के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली की खुराक दी जाएगी.
टीम के समझ ही दवा खिलाने का निर्देश दिया गया है. डीईसी की गोली खाली पेट नहीं खाना है एवं एल्बेंडाजोल की गोली को चबाकर खाना है. दो साल के कम उम्र के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी. इसके अलावा जो गंभीर बिमारी से पीड़ित हैं, उन्हें भी दवा नहीं दी जाएगी. पीएचसी प्रभारी ने बताया कि फाइलेरिया में पैरों, हाथों में सुजन आ जाती है. जिसे हाथी पैर कहां जाता है. इससे मुक्ति के लिए सरकार द्वारा मुफ्त में दवा दी जा रही है.
उन्होंने फाइलेरिया से बचाव के लिए सोने के समय मच्छरदानी का प्रयोग करने एवं घर के आसपास साफ-सफाई रखने की आवश्यकता जताई है. उन्होंने बताया कि घरों के आसपास गंदगी रहने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है. जिससे कई प्रकार की संक्रामक बिमारी फैलती है. पीएचसी प्रभारी ने बताया कि रेपीड रिसपांस टीम गठित किया गया है, जो दवा खाने पर किसी तरह की परेशानी होती है, तो तत्काल टीम पहुंचेगी.