
झंझारपुर (मधुबनी)। प्राथमिक विद्यालय महिनाथपुर में शनिवार को ‘सुरक्षित शनिवार’ कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका उषा कुमारी(फोकल शिक्षिका)ने बच्चों को चक्रवाती तूफानों से होने वाले संभावित खतरों और उनसे बचाव के उपायों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय परिसर में सुबह 9 बजे हुई, जिसमें कक्षा 1 से 5 तक के सभी छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण और विद्यालय प्रधानाध्यापक उपस्थित थे। फोकल शिक्षिका उषा कुमारी ने बच्चों को सरल भाषा में बताया कि चक्रवाती तूफान क्या होते हैं, वे कैसे बनते हैं, और इनका प्रभाव किन-किन क्षेत्रों में होता है। उन्होंने यह भी समझाया कि चक्रवात के दौरान घर में कैसे सुरक्षित रहें, खुले मैदानों या बिजली के खंभों के पास जाने से क्यों बचना चाहिए, और समय पर सरकारी चेतावनियों का पालन करना कितना जरूरी है।
बच्चों को बताया गया कि आपातकालीन स्थिति में क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, जैसे कि प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स तैयार रखना, जरूरी दस्तावेजों को सुरक्षित स्थान पर रखना, और परिवार के सभी सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना। कार्यक्रम में बच्चों से सवाल-जवाब के माध्यम से उनकी समझ को परखा गया और सही उत्तर देने वाले बच्चों को सराहा गया।
इस अवसर पर प्रधानाध्यापक ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों में आपदा प्रबंधन की समझ विकसित होती है और वे न केवल स्वयं के लिए, बल्कि अपने परिवार और समुदाय के लिए भी उपयोगी साबित हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि ‘सुरक्षित शनिवार’ कार्यक्रम के तहत प्रत्येक शनिवार को किसी न किसी प्राकृतिक आपदा या सुरक्षा विषय पर जागरूकता सत्र आयोजित किया जाता है।
विद्यालय प्रबंधन और अभिभावकों ने इस पहल की सराहना की, इस तरह के जागरूकता सत्र बच्चों को आत्मनिर्भर और सतर्क नागरिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।