प्राथमिक विद्यालय जनकबाग कुल्लाखास कसबा में धूमधाम से मनाया गया बाल दिवस
पूर्णिया। प्राथमिक विद्यालय जनकबाग कुल्लाखास कसबा मे बड़े धूमधाम से बाल दिवस मनाया गया। शिक्षिका पूजा बोस ने बच्चों का संबोधन करते हुए कहा कि 14 नवंबर 1889 हमारे भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का जन्म हुआ था। वह बच्चों को बहुत प्यार करते थे, इसलिए हम सभी 14 नवंबर को पूरे हर्ष और उल्लास के साथ बाल दिवस मनाते हैं।
शिक्षिका पूजा बोस ने बच्चों को बचपन पर एक कविता सुनाई…”बचपन”……बचपन का जमाना था, जिसमें खुशियों का खजाना था। चाहत चांद को पाने की थी, पर दिल तितली पर दीवाना था। खबर न थी को सुबह की, ना शाम का ठिकाना था श। थककर आना स्कूल से, पर खेलने भी जाना था। मां की कहानी थी, परियों का फसाना था। बारिश में कागज की नाव थी, हर मौसम सुहाना था। हर खेल में साथी थे, हर रिश्ता निभाना था। गम की जुबान ना होती थी, ना जख्मों का पैमाना था। रोने की वजह न थी,ना हंसने का बहाना था। क्यों हो गए हम इतने बड़े.. इससे अच्छा तो वह बचपन का जमाना था।
यह कविता हमें यह बात बता गई कि बच्चों को हमेशा खुश रहना चाहिए। अपनी किताबों को भी सच्चा दोस्त बनना चाहिए। क्योंकि बचपन कभी लौट कर नहीं आता। बच्चों ने साथ ही अपनी शिक्षिका पूजा बोस का जन्मदिन भी बड़ी ही धूमधाम से मनाया। इस कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीकला देवी एवं सभी शिक्षक शिक्षिका उपस्थित थे।