प्राथमिक विद्यालय जनकबाग कुल्लाखास कस्बा में मनी महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जंयती
पूर्णिया। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री भारतीय इतिहास के दो महान नेता थे, जिन्होंने अपने अद्वितीय दृष्टिकोण और नेतृत्व से देश को प्रेरित किया। उक्त बातें प्राथमिक विद्यालय जनकबाग कुल्लाखास कस्बा की शिक्षिका पूजा बोस ने गांधी जयंती पर बच्चों को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने आगे कहा कि गांधी जी का जीवन सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित था।
उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नए मोड़ पर पहुंचाया, जहां उन्होंने अहिंसा, सत्याग्रह और सविनय अवज्ञा जैसे साधनों से ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष किया। उनके नेतृत्व ने न केवल भारत को आजादी दिलाई, बल्कि विश्व को शांति, सहनशीलता और मानवीय मूल्यों की एक नई दिशा दी। वे सिर्फ एक राजनैतिक नेता नहीं थे, बल्कि नैतिक और आध्यात्मिक गुरु के रूप में भी देखे जाते थे।
वही लाल बहादुर शास्त्री भारतीय राजनीति के सरल, विनम्र और निष्ठावान नेता थे। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री के रूप में “जय जवान, जय किसान” का नारा दिया, जो आज भी भारतीय समाज में प्रासंगिक है। उनके नेतृत्व में देश ने 1965 के भारत-पाक युद्ध में एकता और साहस का प्रदर्शन किया। उनका जीवन सादगी, ईमानदारी और समर्पण की मिसाल है।
शास्त्री जी ने किसानों और सैनिकों को देश की रीढ़ मानते हुए, उनके उत्थान के लिए कार्य किया। दोनों नेताओं ने देश और दुनिया को यह सिखाया कि सादगी, अहिंसा और निष्ठा से भी महान लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं। उनका जीवन और कार्य आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं। मौके पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका सहित बच्चे उपस्थित रहें।