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प्रतिभा सम्मान से सम्मानित हुई शांभवी, परिवार और विद्यालय में खुशी की लहर

कटिहार। कटिहार मेडिकल कॉलेज में आयोजित प्रभात खबर दैनिक पत्र के प्रतिभा सम्मान समारोह में स्कॉटिश पब्लिक स्कूल, कटिहार की छात्रा शांभवी को सीबीएसई 10वीं बोर्ड परीक्षा में शानदार प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस उपलब्धि से न केवल शांभवी का परिवार गर्वित है, बल्कि स्कूल और स्थानीय समाज में भी हर्ष का माहौल है।

शिक्षा से गहरा जुड़ाव रखने वाला परिवार

शांभवी ने सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में लगभग 90 प्रतिशत अंक प्राप्त कर उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। उनकी इस सफलता के पीछे दृढ़ संकल्प, मेहनत और पारिवारिक सहयोग का बड़ा योगदान रहा है। सम्मान प्राप्त करने के पश्चात् शांभवी ने प्रभात खबर की टीम का आभार जताते हुए कहा कि यह सम्मान उनके आत्मविश्वास को और मजबूती देगा।

शांभवी एक ऐसे परिवार से आती हैं जिसका शिक्षा से गहरा नाता रहा है। उनके पिता नीरज नयन आनंद शिक्षक हैं और माता रश्मि आनंद शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। इतना ही नहीं, उनके दादा जी हिंदी के प्रख्यात विद्वान रहे हैं और प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। इस प्रकार शिक्षा का संस्कार शांभवी को पारिवारिक विरासत में मिला है, जिसका स्पष्ट प्रभाव उनके शैक्षणिक प्रदर्शन में दिखाई देता है।

आगे की योजना – नीट की तैयारी

शांभवी ने बताया कि वह अब नीट (NEET) की तैयारी में जुट गई हैं और भविष्य में डॉक्टर बनकर अपने माता-पिता, परिवार और समाज का नाम रोशन करना चाहती हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दादा-दादी, चाचा-चाची और अपने शिक्षकों को दिया। उनका मानना है कि परिवार के सहयोग और शिक्षकों के मार्गदर्शन से ही वह यह मुकाम हासिल कर पाईं।

सम्मान से गदगद परिवार और सगे-संबंधी

प्रभात खबर के द्वारा इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करना एक सराहनीय पहल है। शांभवी को सम्मानित किए जाने से उनके परिवार में उत्सव जैसा माहौल है। उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। परिजनों, रिश्तेदारों और मित्रों ने शांभवी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं।

प्रेरणा बन रही हैं अन्य छात्रों के लिए

शांभवी जैसे विद्यार्थियों की सफलता से अन्य छात्र-छात्राओं को भी प्रेरणा मिलती है। समाज में यह संदेश जाता है कि समर्पण, अनुशासन और निरंतर प्रयास से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। शांभवी की उपलब्धि आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गई है।

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