पांच गुमशुदा छात्राओं को नालंदा पुलिस ने किया सकुशल बरामद, मामले में दो व्यक्ति पुलिस की हिरासत में
अभिभावकों से मिले डांट फटकार को लेकर घर से भागने की बात बता रही हैं छात्राएं : एसडीपीओ
तीन छात्राएं पटना से जबकि दो बिहार बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र से बरामद
बिहारशरीफ: पिछले दिनों संदेहास्यपद स्थिति में गुम हुई स्कूली छात्राओं को नालंदा पुलिस ने एक विशेष अभियान के दौरान सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में दो व्यक्ति की गिरफ्तारी भी हुई है। सदर एसडीपीओ नुरुल हक ने एक आधिकारिक बयान जारी कर उक्त बातों की जानकारी दी।
एसडीपीओ ने बताया कि तकनीकि अनुसंधान के क्रम में उक्त तीनों बच्चियों को बरामद किया गया है। प्रारंभिक पूछ-ताछ से पता चला कि उक्त तीनों बच्चियां बिहारशरीफ से 9:30 बजे अपराह्न में ट्रेन पकड़कर पटना चली गई थी। ट्रेन में एक व्यक्ति ने उन्हें अपने साथ पटना अपने दोस्त के घर ले जाकर रखा था। जहां से बरामद किया गया। ट्रेन से ले जाने वाले व्यक्ति एवं घर में रखने वाले व्यक्ति दोनों को पकड़ा गया है।
बरामद बच्चियों एवं गिरफ्तार दो व्यक्तियों से पूछताछ जारी, इस मामले में गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों से बरामद बच्चियों से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। उक्त तीनों बच्चियां दीपनगर थाना अंतर्गत एक ही स्कूल की 8 वीं की छात्रा है तथा उसी स्कूल के कुछ लड़कों के साथ दोस्तीनुमा सम्पर्क में थीं।
प्रारंभिक अनुसंधान में यह बात प्रकाश में आई है कि उक्त तीनों लड़कियों में दो ने अपने हाथ पर ब्लेड से कुछ चिन्ह बनाया था, जिसकी जानकारी स्कूल के शिक्षक को हुई तो अभिभावकों को भी बताया गया था। अभिभावकों द्वारा डाट फटकार किया गया था। इसी कारण से ये बच्चियां स्कूल से सीधे घर ना जाकर भागने की बात बताई गई है।
अभी तक उपर्युक्त अंकित कारण ही घटना का कारण प्रतीत होना पाया गया है। जिन दोस्तों से ये लगातार घटना के दिन या आस पास सम्पर्क में थी उनसे तथा जो व्यक्ति ट्रेन से उन्हें अपने साथ ले जाकर अपने दोस्त के साथ रखाया उनसे गहनता से पूछ-ताछ की जा रही है तथा उनकी मंशा के संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है।
दूसरी घटना जिसमें दिनांक 28.07.2024 को दीपनगर थाना अंतर्गत
गांव से दो बच्चियां घर से पूजा करने की बात कहकर निकली, जो देर रात तक नहीं आई। उक्त के आलोक में दीपनगर थाना में कांड दर्ज कर अनुसंधान के क्रम में तकनीकि एवं मानवीय आसूचना के आधार पर उक्त दोनों बच्चियों को बिहार-बंगाल सीमा से बरामद किया गया है। प्रारंभिक पूछ-ताछ में उनेक द्वारा घर में डांटे जाने के कारण भागने की बात बताई गई है पर सभी पहलुओं पर अनुसंधान जारी है।
उपर्युक्त दोनों घटना पृथक-पृथक हैं तथा अभी तक के अनुसंधान में दोनों में कोई कनेक्शन नहीं पाया गया है। दोनों कांडों में अग्रतर विधिक कार्रवाई की जा रही है। अभी तक के अनुसंधान में बाल तस्करी या मानव तस्करी की कोई बात प्रकाश में नहीं आई है ना ही बरामद बच्चियों द्वारा ऐसी कोई बात बताई गई है।