पशुपालन, गव्य एवं मत्स्य विभाग के कार्यों की डीएम ने किया समीक्षा बैठक, भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण
बक्सर। जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में पशुपालन, गव्य एवं मत्स्य विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक समाहरणालय कार्यालय कक्ष में की गई। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि प्रखंड इटाढी के उनवॉस एवं प्रखंड सिमरी के डुमरी में प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय के लिए भूमि चयन हेतु जिला पशुपालन पदाधिकारी, बक्सर द्वारा अबतक संबंधित अंचलाधिकारी या अपर समाहर्ता बक्सर से संपर्क नहीं किया गया, जो अत्यंत खेदजनक है।
डीएम द्वारा निर्देशित किया गया कि तत्परता से एक पक्ष के अंदर भूमि प्राप्त करते हुए विभाग को भेजना सुनिश्चित करेंगे। पशुपालन विभाग के भवनों/ चिकित्सालय की अब तक कोई भी जांच नहीं किया जाने के संबंध में जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया। निर्देशित किया गया कि अगले बैठक से पूर्व भवनों/चिकित्सालय का निरीक्षण करते हुए निरीक्षण प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
प्रखंड चौगाई अंतर्गत लगभग 85 लाख की राशि से कई वर्ष पूर्व निर्मित पशु चिकित्सालय पर पहुंच पथ का अभाव एवं चिकित्सालय के अक्रियाशील रहने के संबंध में पृच्छा किए जाने पर जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा खेद व्यक्त किया गया। दिनांक 09 सितम्बर 2024 को पशुपालकों के द्वार पर पशु चिकित्सा (डोर स्टेप पशु चिकित्सा सेवा) सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जिला के सभी 11 प्रखंडों के लिए एक-एक मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के परिचालन का शुभारम्भ किया गया।
परंतु यह पाया गया है कि अधिकांश वाहन समाहरणालय परिसर में खड़े हैं जिसका संचालन नहीं किया जा रहा है। जो अत्यंत ही खेदजनक है। समीक्षा के क्रम में जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ अबतक किए गए बैठकों की कार्यवाही, विभागीय लक्ष्य एवं लक्ष्य के विरुद्ध प्रगति आदि के संबंध में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। निर्देशित किया गया कि सभी भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ प्रति सप्ताह समीक्षा बैठक करते हुए कार्यवाही से अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे।
उक्त बिंदुओं की समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि जिला पशुपालन पदाधिकारी बक्सर के द्वारा विभागीय कार्यों/दायित्वों के निर्वहन में कोई अभिरुचि नहीं ली जा रही है। जिसके आलोक में जिला पदाधिकारी द्वारा जिला पशुपालन पदाधिकारी बक्सर से कारण पृच्छा करने का निर्देश दिया गया। साथ ही बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण करते हुए वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया।
जिला गव्य विकास पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि विभाग द्वारा दो योजनाएं यथा समग्र गव्य विकास योजना एवं देसी गो पालन प्रोत्साहन योजना संचालित है। योग्य लाभुक को योजना का लाभ दिया जाता है। जिलाधिकारी द्वारा विभागीय योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कराने एवं लोगों को लाभान्वित करने के संबंध में कार्य योजना बनाने हेतु निर्देशित किया गया।