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पटना में होनेवाले भाकपा-माले के 11 वां महाधिवेशन (पार्टी कांग्रेस) व रैली के लिए बक्सर जिला में तैयारी हुई तेज

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डुमरांव : लोकतंत्र बचाओ – देश बचाओ रैली: भाकपा-माले की यह रैली ऐतिहासिक होगी. रैली में मुख्यतः बिहार के तमाम जिलों से हजारों की तादाद में खेत ग्रामीण मजदूर, किसान, महिलाएं, छात्र-नौजवान, स्कीम वर्कर, दलित-अल्पसंख्यक और बुद्धिजीवियों समेत तमाम तबकों व हिस्से के लोग शरीक होंगे. यह रैली मोदी राज के खिलाफ बिहार व देश में चले तमाम आंदोलनों व सवालों को मुखरता व पूरी ताकत से अभिव्यक्त करेगी.

रैली बुलडोजर राज, वास-आवास व रोजी-रोटी से विस्थापन, बेरोजगारी, महंगाई, स्वास्थ्य, एमएसपी गारंटी, बटाईदारों के अधिकार व सुरक्षा आदि सवालों पर भी केंद्रित होगी. रैली के मुख्य वक्ता काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य होंगे. इसके अलावा भाकपा-माले के कई राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय नेता भी रैली को संबोधित करेंगे. इस रैली की तैयारी के लिए बक्सर के सैकड़ों गांव में पर्चा वितरण, जनता बैठक हुई है , दीवार लेखन हुए हैं और चट्टी बाजार पर सैकड़ों की संख्या में बैनर और पोस्टर लग चुके हैं।

रैली की तैयारी में सभी प्रखंडों में जनता का जत्था- प्रचार झंडे बैनर के साथ किया गया है।
पार्टी जिला सचिव नवीन कुमार ने पार्टी कार्यकर्ताओं सहित गांव बैठकों को सम्बोधित किया। साथ ही पार्टी राज्य कमिटी सदस्य सह डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह ने गांव बैठक किया और जनता से रैली में चलने की अपील की। खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के जिला नेता अयोध्या सिंह, किसान महासभा के जिला नेता अलख नारायण चौधरी ने भी गांव गांव में किसानों और मजदूरों को रैली में चलने का आह्वान किया।


डुमरांव प्रखंड सचिव सुकर राम ने गांव गांव में जाकर जनता से रैली में चलने का आह्वान किया और वाहन आदि का इंतजाम किया है। रैली व महाधिवेशन की तैयारी में प्रचार के लिए चट्टी बाजार पर झंडा बैनर लगाने में युवा नेता धर्मेंद्र, आइसा नेता धनजी पासवान, जिला कार्यालय प्रभारी संजय शर्मा ने कमान संभाली है। बाजार पर जन संपर्क व सहयोग और व्यवसायियों से संपर्क व सहयोग के लिए डुमरांव नेता कृष्णा राम , जाबिर कुरैशी, भगवान दास, शंकर तिवारी उतरे हुए हैं।

विदित हो कि16 फरवरी को महाधिवेशन का उद्घाटन सत्र: 16 फरवरी को श्रीकृष्ण मेमारियल हाॅल में महाधिवेशन का खुला सत्र आयोजित होगा. इस खुले सत्र को सीपीएम, भाकपा, आरएसपी, फारवर्ड ब्लाॅक, आरएमपीआई (पासला), लाल निशान पार्टी, सत्यशोधक समाज पार्टी, मासस आदि वामपंथी दलों के राष्ट्रीय नेतागण भी संबोधित करेंगे. महाधिवेशन का यह उद्घाटन सत्र देश में इस नाजुक मोड़ पर वामपंथी उभार की एक नई शुरूआत का सबब बनेगा.

18 फरवरी को होगा विपक्षी एकता का विशेष सत्र: महाधिवेशन के दौरान 18 फरवरी 2023 को फासीवादी हमले से लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण के सवाल पर एक राष्ट्रीय कन्वेंशन आयोजित होगा. इस कन्वेंशन में जद(यू), राजद, कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, हम (सेकुलर) के शीर्ष नेतागण श्री नीतीश कुमार, श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, श्री हेमंत सोरेन, श्री जीतनराम मांझी आदि भाग लेंगे.

महाधिवेशन में बिरादराना अंतर्राष्ट्रीय व प्रवासी भारतीय अतिथि भी लेंगे भाग: भाकपा-माले के इस महाधिवेशन में भाकपा-माले व वामपंथी आंदोलन से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रवास में रह रही हस्तियांे समेत भारतीय उपमहाद्वीप के कई देशों की बिरादराना कम्युनिस्ट पार्टियों के प्रतिनिधि भी शरीक होंगे. पड़ोसी देश नेपाल की तीनों कम्युनिस्ट पार्टी – नेकपा (एमाले), माओवादी पार्टी (प्रचंड ग्रुप, नेपाल) और यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी (माधव नेपाल); बांग्लादेश की दोनों कम्युनिस्ट पार्टी, श्रीलंका, मलेशिया व आस्ट्रेलिया के कम्युनिस्ट प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. इनके अलावा फिलस्तीन मुक्ति आंदोलन के प्रतिनिधि भी महाधिवेशन को संबोधित करेंगे.

महाधिवेशन में देश के लगभग सभी राज्यों से करीब 1700 प्रतिनिधि/पर्यवेक्षक और अतिथि शामिल होंगे. इनमें दक्षिण भारत के तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, तेलांगना और केंद्र शासित पांडिचेरी व कश्मीर, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, राजस्थान, उतराखंड, हरियाणा, मध्यप्रदेश, छतीसगढ़, दिल्ली एनसीआर, यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, उड़ीसा आदि प्रदेशों से प्रतिनिधि भाग लेंगे.

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