पंचायत स्तर तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एचडब्ल्यूसी को किया जा रहा सुदृढ़
महदह एपीएचसी सह एचडब्ल्यूसी को एनक्वास सर्टिफिकेट दिलाने की शुरू हुई तैयारी
जिला स्तरीय टीम ने की एनक्वास से संबंधित चेकलिस्ट की जांच, गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराए जाने की हुई मॉनिटरिंग
बक्सर, 06 मई | जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने और पंचायत स्तर तक लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभगा प्रतिबद्ध है। जिसको लेकर अब पंचायत स्तर तक के स्वास्थ्य उपकेंद्रों को बेहतर बनाते हुए उन्हें राष्ट्रीय क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड (एनक्वास) सर्टिफिकेट दिलाने की तैयारी की जा रही है।
जिसके लिए सदर प्रखंड अंतर्गत महदह अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का जिला स्तरीय टीम ने निरीक्षण किया। जिसमें टीम के सदस्यों ने एनक्वास से संबंधित महदह एपीएचसी द्वारा दी गई चेकलिस्ट की। साथ ही, चेकलिस्ट के आधार पर गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा देने हेतु मॉनिटरिंग की गई। टीम में डीसीक्यूए रुचि कुमारी व सदर बीएचएम प्रिंस कुमार सिंह शामिल थे। जिन्होंने सभी बिंदुओं की गहनता से जांच की।
जिला स्तरीय टीम में शामिल डीसीक्यूए रुचि कुमारी ने बताया कि महदह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके लिए आठ विचारणीय विषयों और 50 मानकों वाली एक जांच सूची बनाई गई है। जिसमें सर्विस प्रोविजन, पेशेंट राइट, इनपुट, सपोर्ट सिस्टम, क्लीनिकल सर्विसेज, इन्फेक्शन कंट्रोल, क्वालिटी मैनेजमेंट और आउट कम इंडिकेटर पर काम किया जा रहा है।
साथ ही, सभी 12 स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने वाले स्वास्थ्य केंद्र को लगभग 125 मापन योग्य घटकों और 550 जांच बिंदुओं के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा। राज्य और राष्ट्रीय स्तर के प्रमाण पत्र मिलने का पात्र होने के लिए न्यूनतम 7 पैकेजों के लिए आवेदन करना जरूरी है। जिसके आधार पर जांच की जाएगी।
एचडब्ल्यूसी पर मिलनी चाहिए ये सुविधाएं
सदर प्रखंड के स्वास्थ्य प्रबंधक प्रिंस कुमार सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के गाइडलाइन्स के अनुसार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कुल 12 प्रकार की सेवाओं का होना अनिवार्य है। जिसमें मातृ स्वास्थ्य देखभाल एवं परामर्श, नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य संबंधित सेवाएं, बाल्यावस्था एवं किशोर स्वास्थ्य परामर्श एवं सेवाएं, राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अनुसार संचारी रोगों का प्रबंधन,
परिवार नियोजन एवं गर्भनिरोधक सेवाएं, संचारी रोग, ओपीडी संबंधी सेवाएं व गैर संचारी रोगों की खोज, जांच एवं टीबी, कुष्ठ रोगों का सामान्य प्रबंधन शामिल है। वहीं, अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में ईएनटी से संबंधित बीमारियों की जांच एवं सामान्य प्रबंधन, दंत देखभाल से संबंधित सामान्य सेवाएं एवं परामर्श,
मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की जांच एवं सामान्य प्रबंधन, सामान्य वृद्धावस्था स्वास्थ्य देखभाल एवं प्रशामक देखभाल सेवाएं तथा सामान्य आपातकालीन सेवाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कुल 14 प्रकार की जांच भी होनी चाहिए। तभी एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए एचडब्ल्यूसी को योग्य माना जाएगा।
एचडब्ल्यूसी पर बढ़ायी जा रही है सुविधाएं
सदर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत स्तर पर लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एचडब्ल्यूसी पर सुविधाएं बढ़ायी जा रही हैं। जिससे लोगों को इलाज और जांच के लिए इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त निर्देशों के अनुसार जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लोगों के लिए 14 प्रकार की जांच शुरू की जा चुकी है। जिसमें हीमोग्लोबिन किट से गर्भावस्था जांच, मूत्र की जांच, मधुमेह की जांच, मलेरिया की जांच, एचआईवी, डेंगू जांच,
विजुअल इंस्पेक्शन, नमक में आयोडीन की जांच, पानी में मल प्रदूषण एवं क्लोरिनेशन की जांच, हेपेटाइटिस बी की जांच, फाइलेरिया, आरडीटी किट और बलगम की जांच नि:शुल्क की जानी है। साथ ही, आगामी दिनों में अन्य स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जाएगा।