नलका से नहीं गिर रहा है पानी, बनी शोभा की वस्तु, लाखों खर्च के बावजूद पेयजल की समस्या से जूझ रहे है लोग
डुमरांव. नगर परिषद क्षेत्र में इन दिनों जल की समस्या लोगों के लिए चुनौती बन हुई. इस भीषण गर्मी में लोग पानी के लिए परेशान हैं. वही नगर परिषद द्वारा एक ही पर जगह पर लगाए गए नलका और समरसेबल दोनों फेल है. जल पुत्र अजय राय का कहना है कि नगर के विभिन्न जगहों पर लगे नलका सिर्फ और सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गई है.
जब से उक्त नलकें लगे तब से लेकर आज तक उसमें से पानी ही नही गिरा. और तो और नलके के बगल में लगे समरसेबल से भी लोगों को पानी नही मिलता पा रहा है. जिससे लोगों को पेयजल के समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में यह साबित होता है कि लोगों को सरकार के मुलभुत सुविधाओं का लाभ भी नही मिल पा रहा है. हालांकि नगर परिषद लाखों रूपया खर्च कर चापाकल मरम्मत व चापाकल में समरसेबल लगाया. लेकिन नगर के कई जगहों पर यह शोभा बनकर रह गई है.
ठठेरी बाजार भगवती मंदिर के समीप समरसेबल आठ माह से मरम्मत के आभाव में बंद है. निमेज टोला में समसेबल बंद पड़ा है, समीप के नलका शोभा बढ़ा रहा है. मच्छरहट्टा गली हिरा टेंट हाउस के समीप समरसेबल बंद पड़ा है. कुडे में आग लगने की वजह से पाइप जल गया. जो मरम्मत की बाट जोह रहा है. मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के तहत घर घर नल का जल योजना के तहत नल लगाएं गए. लेकिन सैकड़ों ऐसे घर है, जहां नल से जल नहीं गिर रहा है.
चापाकल में समरसेबल जरूर लगे, लेकिन इससे कुछेक लोगों को लाभ मिल रहा है. राहगीर अपनी प्यास बुझाने को लेकर भटकते या दूकान पर पहुंचते है. हालांिक नप ने नगर परिषद क्षेत्र में प्याउ की व्यवस्था कर रखी है, लेकिन समय से पानी नहीं डालने से लोग बैरंग लौटते दिखते है.े स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रत्येक साल प्याउ पर लाखों खर्च होता है.
अगर नप क्षेत्र में स्थायी प्याउ की व्यवस्था हो जाए तो नप का लाखांें का राजस्व बचंेगा. बात चाहे तो भी हो पानी के लिए लाखों खर्च के बावजूद लोग परेशान है. नया भोजपुर में पानी की समस्या खड़ी है. इस संबंध में चेयरमैन सुनीता गुप्ता ने कहां कि लगातार प्रयासरत है कि पेयजल समस्या से लोगों को निजात मिलें.