डुमरांव. “धरा पर अंधेरा बहुत छा गया है, दिए से दिए को जलाना पड़ेगा”, उक्त संदेश के साथ शुक्रवार की संध्या अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा नया भोजपुर में दीप यज्ञ के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि एक जलता हुआ दीपक ही दूसरे दीपक को जला सकता है.
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के क्षेत्रीय प्रतिनिधि तेज नारायण ओझा एवं हरेंद्र दुबे ने वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका संपूर्ण जीवन एक प्रकाश स्तंभ की भांति उनके विचारों के रूप में आज भी इस वसुंधरा को प्रकाशित एवं संपूर्ण मानव जाति का मार्गदर्शन कर रहा है.
पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जिन्होंने अपने जीवन काल में 3200 से ज्यादा पुस्तकों की रचना की. उनमें वर्णित उनके अध्यात्मिक विज्ञान के विचारों को जिस दिन भारत की युवा शक्ति समझ लेगी, उस दिन भारत फिर से दुनिया का विश्व गुरु बनता चला जाएगा”.
उक्त कार्यक्रम में आस पास के क्षेत्रों से भारी संख्या में ग्रामीणों ने जाति, धर्म ऊंच-नीच का भाव त्याग कर भाग लिया. जिनमें सभापति मिश्रा, कुंती देवी, सुनील मिश्र, श्रीराम प्रजापति, राधेश मिश्रा, रमेश चैधरी, अनिल मिश्रा, बिरजू चैधरी, श्रीमन मिश्र, राहुल कुमार, राजनारायण मिश्र, हरेंद्र चैधरी, मुकेश शर्मा आदि शामिल थे.