
डुमरांव. शिक्षा विभाग भारत सरकार और सहयोगी राज्य बिहार सरकार विद्यार्थियों के सोच को आगे बढ़ाने के लिए इंस्पायर अवार्ड मानक विगत 10 वर्षों से भारतरत्न डॉ एपीजे अबुल कलाम के दिशा निर्देश के तहत नन्हे वैज्ञानिक पैदा करने के उद्देश्य से इस अवार्ड कार्यक्रम की भारत स्तर पर शुरुआत की है.
भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत के राष्ट्रीय नव परिवर्तन प्रतिष्ठान के तहत इस तरह के नवाचार को वर्ग 6 से वर्ग 10 के विद्यार्थियों से विद्यालय प्रधान के माध्यम से ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करने की नियम बना रखे हैं, 15 सितंबर 2024 ऑनलाइन नए विचार को अपलोड करने की अंतिम समय सीमा है.
जिला स्तर विजेता को ₹ 10,000 हजार इनाम राशि देने बैंक खाता के माध्यम से सीधे विद्यार्थी के पास पहुंचने का प्रावधान है, देश स्तर के विजेता को विगत वर्ष जापान जाने का अवसर भी प्राप्त हुआ था. बिहार में वैशाली जिले के विद्यार्थी ₹ 10,000 हजार इनाम राशि प्राप्त करने में रिकॉर्ड बनते रहे हैं.
जिला बक्सर विगत वर्ष में नए विचार भेजने के मामले में सर्वश्रेष्ठ पांच स्थानों में था, किंतु इस सत्र में उसकी स्थिति उत्तम नहीं दिख रही है.जिला में इस कार्य को गति देने के लिए पुणे के वैज्ञानिकों ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डुमरांव में जिले के 51 विज्ञान शिक्षकों को इनोवेशन चैंपियन बनाते हुए प्रशिक्षण दिया था, किंतु यह चैंपियन अपने-अपने विद्यालय के आइडिया को अभी तक अपलोड नहीं कर सके हैं.
जिला शिक्षा पदाधिकारी मो. शारिक अशरफ ने शनिवार को ऑनलाइन जूम वेबीनार का आयोजन जिला के विज्ञान शिक्षक और प्रधानाध्यापक के साथ किया. इस कार्य को गति देने के लिए डायट से वरीय व्याख्याता भी सहयोग किए. जिला से इंस्पायर अवार्ड मानक टीम भी रही. बिहार मैथमेटिकल सोसायटी टीम भी सहयोगी बनी रही.
शिक्षक डॉ मनीष कुमार शशि, अनीता यादव, प्रमोद चौबे, धनंजय मिश्रा, डॉ पम्मी राय, शिल्पम, ऋतुराज, सोनू वर्मा, बृजेश राय, सुरेन्द्र सिंह, प्रो. एसके सिंह इत्यादि इस कार्य को गति देने में, विद्यार्थी विकास के प्रचार में लगे हुए हैं. 15 सितंबर के पहले विद्यालय के विज्ञान शिक्षक, प्रधानाध्यापक और सहयोगी सक्रिय शिक्षक से विद्यार्थियों के इन्नोवेटिव आईडियाज को पोर्टल पर अपलोड कर ले.