नगर परिषद ने 2024-25 के बजट में शहर के विकास एवं सौंदर्यीकरण को लेकर किया गया है पेश, पर्व-त्योहारों में साफ-सफाई पर जोर
डुमरांव। सोमवार को नगर परिषद कार्यालय स्थित सभागार में नगर परिषद ने अपना वित्तीय बजट पेश किया। बैठक की अध्यक्षता मुख्य पार्षद सुनीता गुप्ता और संचालन कार्यपालक पदाधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने किया। इस दौरान सभी 35 वार्डों के वार्ड पार्षद एवं उप मुख्य पार्षद विकास कुमार ठाकुर भी उपस्थित थे। इस बजट से नगर परिषद क्षेत्र की तस्वीर बदलने की संभावना है।
वर्ष 2024-25 के लिए 75 करोड़ 47 लाख का बजट पारित किया गया। वहीं 1 अरब 4 करोड़ 96 लाख 19 हजार रुपए का अनुमानित प्राप्ति का अनुमान लगाया गया। जिसमें 75 करोड़ 47 लाख 57 हजार रुपए खर्च होने का अनुमान है। इस तरह से इस बजट के अनुसार 79 करोड़ 22 लाख 13 हजार 199 रुपए अनुमानित लाभकारी बजट है।
कार्यपालक पदाधिकारी अनिरुद्ध कुमार एवं उपस्थित सीए राहुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस बजट में राजस्व प्राप्ति 31 करोड़ 68 लाख 13 हजार 199 व पूंजीगत प्राप्ति 73 करोड़ 27 लाख 25 करोड़ का अनुमान है। सड़क नाला एवं बरसात के दिनों में जलजमाव वाले इलाके से पानी की निकासी, जल संरक्षण इत्यादि पर 13 करोड़ रुपया खर्च का अनुमान है।
नगर परिषद क्षेत्र में डीलक्स शौचालय, चलतं शौचालय एवं पार्किंग निर्माण के लिए 1 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान पेश किया गया। 2023-24 में 85 करोड़ 91 लाख 96 हजार का बजट पारित किया गया था। वहीं विभिन्न मद में राजस्व भुगतान 40 करोड़ 50 लाख 27 हजार 500 और पूंजीगत भुगतान 34 करोड़ 97 लाख 30 हजार होने का अनुमान है।
बताते चले कि बीते वित्तीय वर्ष 2023-24 में 85 करोड़ 91 लाख 96 हजार का बजट पारित किया गया था। वहीं व्यय 65 करोड़ 24 लाख 96 हजार के करीब था। जिसमे प्रारंभिक शेष राशि 49 करोड़ 73 लाख 91 हजार है। बजट की बैठक शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।
सबके लिए आवास, कंबल वितरण, अलाव, स्वच्छ भारत मिशन, नगर क्षेत्र में शौचालय निर्माण, डेंगू से प्रभावित इलाकों में फॉगिंग का छिड़काव एवं प्राकृतिक आपदा, शहर के सौंदर्यीकरण, दीपावली, छठ, दशहरा इत्यादि त्योहारों पर 16 करोड़ रुपए खर्च करने का अनुमान पेश किया गया।
चेयरमैन सुनीता गुप्ता ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के लिए जो बजट पेश किया गया है, इसमें शहर के अधूरे विकास की रेखा को पूर्ण किया जाएगा। संपूर्ण विकास के लिए शहरी क्षेत्रों में मार्केट कॉम्प्लेक्स, सामुदायिक भवन, पुस्तकालय, रैन बसेरा, ओल्ड एज होम, पार्क, वेडिंग जोन, सामुदायिक शौचालय इत्यादि पर 2 करोड़ खर्च करने का अनुमान है।