त्योहारी सीजन में नियोजित शिक्षकों के चेहरे पर मायूसी
डुमरांव. नियोजित शिक्षकों के चेहरे पर इन दिनों मायूसी देखने को मिल रही है, वो समझ नहीं पा रहें कि अपने बच्चों को और हित रिश्तेदारों को क्या कहकर समझाएं. बिना वेतन साल का त्योहार कैसे मनाएंगे ? विगत तीन महीने (अगस्त, सितंबर और अक्टूबर) से बक्सर एवं डुमरांव नगर परिषद के माध्यमिक ध्उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है.
आश्चर्य है कि एक तरफ शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव के के पाठक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए पूरे बिहार के विद्यालयों में भ्रमण कर रहें हैं और विद्यालय निरीक्षण कर शिक्षा में सतत् सुधार करने में लगे हुए हैं. यही नहीं अक्टूबर माह का वेतन भी दुर्गा पूजा के पूर्व भुगतान करने का आदेश के बावजूद बक्सर और डुमरांव नगर परिषद के माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हुआ.
अक्टूबर माह का वेतन ही नहीं, अगस्त और सितंबर माह का वेतन भी विभागीय लापरवाही के कारण अभी तक लंबित है. इस कारण शिक्षकों में उदासी है. यही नहीं जिला के सक्षम पदाधिकारियों के प्रति शिक्षकों में भारी रोष व्याप्त है. इस संबंध में वे मुख्य सचिव से भी शिकायत करने का प्रयास कर रहंे हैं. बिना वेतन नियोजित शिक्षकों के घर चूल्हा कैसे जलता है ? विचारणीय प्रश्न है.