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डुमरांव SDPO ने साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, नयी अपराध नियमावली आदि विषयों पर छात्र-छात्राओं को किया जागरूक

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डीके कालेज में जागरूकता कार्यक्रम, आधुनिक परिप्रेक्ष्य’ में विषय पर संगोष्ठी

डुमरांव. मंगलवार को डीके कालेज में ‘जागरूकता कार्यक्रम : आधुनिक परिप्रेक्ष्य में विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें महाविद्यालय प्रधानाचार्य डा. राजू मोची के निर्देशन में एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने छात्र-छात्राओं को विधि-व्यवस्था के विषय पर प्रशिक्षित किया.

उन्होंने कार्यक्रम के माध्यम से साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, नयी अपराध नियमावली आदि विषयों पर छात्रों को जागरूक किया. कार्यक्रम का संचालन डा. पुनम मौर्या (हिंदी विभाग) ने किया. जबकि आख्यान का शुभारंभ डा. रवि रंजन पांडेय (भूगोल विभाग) द्वारा किया गया. महाविद्यालय प्रधानाचार्य ने भी विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए इस कार्यक्रम के लिए एसडीपीओ को धन्यवाद दिया.

प्रधानाचार्य एवं एसडीपीओ तथा शिक्षकों के द्वारा वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया. एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने लोगों को संदेश दिया कि सोशल मीडिया पर आने वाले फर्जी लिंक से पूरी तरह सावधान रहें. उन्होंने कहां किसी भी संदिग्ध लिंक पर बैंक संबंधी किसी भी प्रकार की जानकारी सांझा न करें, क्योंकि ऐसा करने से साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं.

एसडीपीओ ने कहां कि साइबर ठग अक्सर आमजन को घर बैठे लाखों रुपए कमाने का झांसा देकर बैंक संबंधित जानकारी हासिल कर ठगी का शिकार कर लेते हैं. इसलिए लोभ-लालच में आकर अपनी बैंक संबंधी डिटेल या अन्य प्रकार की जानकारी साझा न करें. सावधानी एवं सतर्कता ही साइबर ठगी से बचने का बेहतर उपाय है.

उन्होंने कहां कि हैकर्स फर्जी मैसेज डालकर आपके बैंक से संबंधित अकाउंट को ब्लाक करने की धमकी देकर आपकी बैंक संबंधी जानकारी हासिल कर सकते हैं. फ्राड काल करने वाले व्यक्ति अक्सर 24 घंटे के अंदर बैंक खाता ब्लाक करने का दबाव बनाकर बैंक से संबंधित जानकारी हासिल कर आमजन से ठगी करते हैं.

उन्होंने लोगों को सलाह दी कि उनके बैंक खाते को ब्लाक करने संबंधित किसी प्रकार की काल, मैसेज या एसएमएस आता है तो किसी भी प्रकार की जानकारी साझा न करें. अगर बैंक खाता ब्लाक होने संबंधित जानकारी हासिल करनी हो, तो संबंधित बैंक में जा कर संपर्क करें. उन्होंने कहां कि कोई भी नागरिक सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के फर्जी या असत्यापित लिंक को न खोलें और अज्ञात नंबरों द्वारा भेजे गए ओटीपी को साझा करने से बचें.

अपनी निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए प्राइवेसी को सार्वजनिक न करें. उन्होंने छात्राओं से कहां कि सभी थानों में महिला पुलिस हेल्प डेस्क खुला. अपनी समस्या जाकर कह सकती है. कभी कोई घटना होने पर 112 नंबर डायल कर सकती हैं. एसडीपीओ ने अपना नंबर भी साझा किया.

मौके पर महाविद्यालय के शिक्षकों में डा. उषा रानी, डा. रमेन्द्र कुमार सिंह, डा. विनोद कुमार सिंह, डा. अब्दुल कैश, अवनीश कुमार सिंह, डा. रामसुभग सिंह, डा हरे राम सिंह, डा. उमेश कुमार, डा.राधिका रमण सिंह, डा रणधीर कुमार, डा ज्योत्सना, डा संध्या, डा. रागिनी, डा मो. असलम, अखिलेश्वर सहित अन्य उपस्थित रहें.

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