डुमरांव नप क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाने का कार्य शुरू, अपराधियों पर नकेल कसने व सुरक्षा व्यवस्था में मिलेगी सहायता
शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने में सीसीटीवी कैमरा होगा सहायक, गंदगी फैलाने व अतिक्रमण करने वालों पर रहेगी नजर
डुमरांव . शहर में अपराध को रोकने तथा यातायात व सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के मकसद से नगर परिषद व पुलिस विभाग ने योजना तैयार की है. योजना के तहत दोनों ही शहर की गंभीर समस्याओं के समुचित हल के लिए संयुक्त रूप से अभियान शुरू करेंगे. फिलहाल इसका सारा खर्चा नगर परिषद ही उठाएगी. नगर परिषद व पुलिस विभाग ने योजना का प्रारूप तैयार कर लिया है.
नगर परिषद व पुलिस विभाग की तरफ से शहर के विभिन्न मुख्य चौक चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. नाइट विजन के हाई रेजोल्यूशन कैमरे लगेंगे. सभी कैमरों का रिकॉर्ड नया थाना में पुलिस कंट्रोल रूम दर्ज होगा. पुलिस प्रशासन व नगर परिषद बाद में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपने-अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे. नगर परिषद क्षेत्र के सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएंगे. चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी.
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार कुमार ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का कार्य चल रहा है. कई स्थानों पर लगाये भी जा चुके हैं. जबकि, अन्य स्थानों पर लगाने की प्रक्रिया चल रही है. इसका मॉनिटरिंग स्थानीय थाना से होगी. सीसीटीवी के जरिए शहर की गतिविधियों पर नजर रखी जायगी. सड़क जाम, वाहन चोरी सहित अन्य आपराधिक घटनाओं पर भी पैनी नजर होगी.
सभापति प्रतिनिधि सुमित गुप्ता ने कहा कि सीसीटीवी न केवल सेफ्टी का एक सेंस देता है, बल्कि जहां हमारी आंखें नहीं पहुंच पाती, वहां तक हमें पहुंचाने में मदद करता है. इससे पार्किंग में खड़ी गाड़ी से लेकर घरों में एंट्री करने वाले तक सब पर साथ-साथ नजर रखी जा सकती है. इससे गंदगी फैलाने व अतिक्रमण करने वालों पर नजर रखी जाएगी. शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने में कैमरे से मदद मिलेगी. साथ ही अपराध नियंत्रण में भी ये कैमरे पुलिस के लिए सहयोगी साबित होंगे.
नगर परिषद द्वारा लगाए जाने वाले कैमरे से आपराधिक गतिविधियों पर भी नजर रखी जा सकेगी और सार्वजनिक जगहों व राह चलते महिलाओं के साथ छेड़खानी व चेन स्नेचिंग पर लगाम भी लगेगी. एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगने से अपराधियों पर नकेल कसने एवं सुरक्षा व्यवस्था में सहायता मिलेगी. राहजनी एवं अन्य छोटी-मोटी घटनाओं पर लगाम लगायी जा सकती है. अपराधियों को चिन्हित करने में सुविधा मिलेगी और उनमें भी भय उत्पन्न होगा.