
“महिला संवाद” कार्यक्रम द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से दिनांक 18 अप्रैल 2025 से 13 जून 2025 तक जीविका के सभी 925 ग्राम संगठन स्तर पर महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है।कुल 136 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा चुका है। ग्राम संगठन के माध्यम से बक्सर ज़िले के 8 प्रखंडों में कुल 16 ग्राम संगठनों में प्रतिदिन दो पालियों में महिला संवाद कार्यक्रम पूर्वाह्न 9 बजे से एवं शाम 3 बजे से संवाद रथ द्वारा आयोजन किया जाता है। प्रतिदिन लगभग 3500 से 4000 से अधिक महिलाएं इन कार्यक्रमों में उपस्थित हो रहे हैं। इस भीषण गर्मी को देखते हुए महिलाओं के लिए पानी तथा ग्लूकोस की भी व्यवस्था की गई।
दीदियों अपना अनुभव साझा करते हुए बताती हैं कि वे सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर अपनी पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति में बदलाव ला रही हैं। सरकार की कई योजनाएँ एवं कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण एवं कल्याण के लिए चल रहे हैं, जिनसे महिलाएँ लाभ लेकर महिला सिपाही, शिक्षक बन रही हैं, और बच्चियां स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। सरकार की पहल से सकारात्मक बदलाव उन्हें गाँव और समाज को और अधिक उन्नत, समृद्ध तथा जागरूकता रथ से वीडियो-ऑडियो युक्त LED स्क्रीन के माध्यम से सरकारी योजनाओं का प्रसार ग्राम स्तर पर जागरूक किया जा रहा है।
महिलाओं, कन्याओं तथा पुरुषों को भी सरकार की कई ऐसे योजनाएँ, जैसे की महिलाओं के लिए 50 % आरक्षण, नशामुक्ति अभियान, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन अभियान, कन्या उत्थान योजना, जीविका, मुख्यमंत्री मेधावृति योजना, अक्षर आँचल योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, बिहार राज्य महिला सशक्तिकरण नीति 2015, राजकीय साबित्री बाई फुले बालिका छात्रावास, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, मुख्यमंत्री बालिका पोशाक जैसी विभिन्न योजनाओं से जागरूक किया जा रहा है। साथ ही लाभान्वित महिलाओं तथा बालिकाओं से अनुभव प्राप्त किया जा रहा है। महिलाओं को माननीय मुख्यमंत्री जी का विशेष संदेश पत्र एवं विभिन्न योजनाओं की जानकारी से संबंधित लिफ़लेट्स वितरित किए जा रहे है।
प्रखंड नावानगर, बेलाव पंचायत, ग्राम धुनसारी स्थित महिलाओं और युवाओं ने आकांक्षा साझा करते हुए माँग की है कि वृद्धा पेंशन राशि, मैट्रिक प्रोत्साहन राशि, इंटर प्रोत्साहन राशि तथा स्नातक प्रोत्साहन कि राशि को बढ़ाया जाए, जिससे आगे की शिक्षा पूरी करने में मदद प्राप्त होगा।
