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जिले मे महत्वपूर्ण भूमिका शिक्षक के रूप में अदा करते डॉ मनीष कुमार शशि

शिक्षक दिवस 23 पर जिला की अग्रणी, सक्रिय, महत्वपूर्ण शिक्षक को समाज के सामने प्रस्तुत करने का प्रयास करते हुए दैनिक DNE एक सम्मान शिक्षकों के नाम कार्यक्रम का संचालन जिला स्तर पर कर रहे हैं. जिसमें शिक्षकों को अपने कॉलम में जगह देने का प्रयास होगा …

बक्सर. जिले में कई शिक्षक अपनी योग्यता, सक्रियता, कर्मठता, लगनशीलता के कारण शिक्षा विभाग बक्सर के लिए गौरवगाथा लिखते, शिक्षकों के बीच अक्सर, सदा देखे जाते रहे हैं. ऐसे दर्जनों नि:स्वार्थ शिक्षक के कारण शिक्षा विभाग के महत्वपूर्ण कार्य आसानी से जिला बक्सर में संपन्न होते रहे हैं.

शिक्षक दिवस 2023 के अवसर पर ऐसे दर्शनों शिक्षक को बारी-बारी से हम आपके बीच लाने का प्रयास कर रहे हैं. आज इसी श्रंखला, कड़ी में डॉ मनीष कुमार शशि, प्रखंड सिमरी के +2 उच्च विद्यालय में पदस्थापित है. विद्यार्थियों के बीच अंग्रेजी शिक्षण के कारण बेहद लोकप्रिय रहे हैं. 

विद्यार्थियों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि डॉ मनीष हम लोगों को प्यार से पढ़ाते रहते हैं. हमारी छोटी-मोटी गलतियों पर समझकर हमें आगे बढ़ाने की प्रेरणा देते हैं. उनका एक वाक्य हम लोगों को काफी प्रभावित करता है कि विद्यार्थी विद्यालय में पढ़ने नहीं सीखने आते हैं. इस सीखने में जो गलती होती है,  उसमें सुधार के उपाय बताते हुए हमें आगे पढ़ने बढ़ाने की प्रेरणा देते रहते हैं.

डॉ मनीष सर शिक्षकों को भी प्रशिक्षण देने प्रखंड संसाधन केंद्र सिमरी में जाते रहते हैं. विद्यार्थी,  शिक्षार्थी के साथ-साथ शिक्षक वर्ग में भी काफी मेहनत करते रहते हैं. इस मेहनत के कारण शिक्षक वर्ग में भी उनकी एक अमिट पहचान बन चुकी है.

हमने बहुत से शिक्षकों से बात की तो उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के क्रम में हमने उन्हें नजदीक से देखा है. उनके शिक्षण कौशल विकास काफी प्रभावित करने के साथ-साथ सिखाने वाली प्रक्रिया है और वरीय, उच्च शिक्षक से सीख कर हम शिक्षक भी आगे बढ़ने का प्रयास करते रहेंगे.

रोहण मिश्रा नामक एक विद्यार्थी ने बताया कि वह युटुब, फेसबुक, सोशल मीडिया पर भी काफी लोकप्रिय हैं. कोरोना कल में उनकी शिक्षक कला से बहुत से विद्यार्थी लाभान्वित हुए. डॉ मनीष अक्सर गतिविधि आधारित शिक्षण कला को वर्ग शिक्षण में जोड़ने रहते हैं. सामाजिक सेवा के लिए भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के सदस्य के रूप में भी अपनी पहचान बनाने के प्रयास में लगे रहते हैं, वह निस्वार्थ भाव से शिक्षार्थी, विद्यार्थी के कौशल विकास में प्रयासरत है.

विद्यार्थी ने बताया कि वह बहुत, अनगिनत पुरस्कार भी जीत चुके हैं. शिक्षक डॉ सुरेंद्र सिंह, प्रमोद चौबे, अनीता यादव, सारिका चौधरी, नफीसा नाज, दीपमाला कुमारी, ममता कुमारी, विकास कुमार, विशाल जायसवाल, अमित कुमार, अमित पांडे, अमर दुबे, रमाशंकर चौधरी इत्यादि शिक्षकों ने भी डॉ मनीष की बातचीत में तारीफ की.

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