जिले में घोडपरासों की बढती संख्या को नियंत्रित करने के बिंदु पर डीएम ने किया बैठक
बक्सर। प्रधान मुख्य वन संरक्षक-सह-मुख्य वन्यप्राणी प्रतिपालक, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार, पटना के निर्देशानुसार घोडपरासों की बढती संख्या को नियंत्रित करने के बिंदु पर आज दिनांक 02 सितम्बर 2024 को जिला पदाधिकारी बक्सर, श्री अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में समाहरणालय कार्यालय कक्ष में समीक्षा बैठक की गई।
प्रथम चरण में जिलें के सबसे अधिक प्रभावी 05 पंचायत यथा चक्की, जवही दियर, चंदा, कोरान सराय एवं अरक को चिन्हित किया गया है। वन प्रमंडल पदाधिकारी, बक्सर द्वारा बताया गया कि उक्त पंचायतों में घोडपरास एवं जंगली सुअर को प्रशिक्षित शुटरों द्वारा नियमानुसार मारा जाना है।
जिलाधिकारी द्वारा उप विकास आयुक्त बक्सर एवं जिला पंचायत राज पदाधिकारी बक्सर को निर्देश दिया गया कि संबंधित पंचायतों के माननीय मुखिया, संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, थानाध्यक्ष से समन्वय स्थापित करते हुए दिनांक 09 सितम्बर 2024 से प्रारंभ होने वाले घोडपरास की संख्या को रोकथाम हेतु आयोजित होने वाले कैम्प को सफल बनाने हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे, ताकि किसानों द्वारा उपजाई जा रही फसल को सुरक्षित रखा जा सकें।
बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त बक्सर, जिला पंचायत राज पदाधिकारी बक्सर, प्रभारी जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर, भ्रमणशील चिकित्सा पदाधिकारी, वनों के क्षेत्र पदाधिकारी एवं अन्य उपस्थित थे।