चहक गतिविधि अंतर्गत बच्चों को जितनी भी शिक्षा कौशल की जानकारी दी जाती है, वह अत्यधिक महत्वपूर्ण
हम शिक्षक में बच्चें अपने माता-पिता की छवि देखें, ’चहक’ का अर्थ ही है कि बच्चें हमेशा चहकते रहें : पूजा बोस
पूर्णियां। चहक गतिविधि अंतर्गत बच्चों को जितनी भी शिक्षा कौशल की जानकारी दी जाती है, वह अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उक्त बातें प्राथमिक विद्यालय जनकबाग कुल्लाखास कस्बा पूर्णियां की शिक्षिका पूजा बोस ने कहीं। उन्होने कहां कि कक्षा एक के बच्चें जो विद्यालय परिवेश में नए-नए आते हैं, अपने घर को छोड़कर, एक नए परिवेश में आते हैं।
विद्यालय का परिवेश, जिसमें उन्हें सब कुछ नया-नया लगता है। विद्यालय का आंगन, विद्यालय की कक्षा, विद्यालय के शिक्षक सभी उन बच्चों के लिए नए होते हैं। उन्हें एक अच्छा वातावरण देना और सहानुभूति प्रदान करना, खुशनुमा माहौल देना, यह सब हम शिक्षक के हाथों में हैं। ताकि जब बच्चें विद्यालय आए तो वह भय मुक्त रहें और उन्हें ऐसा लगे की यह भी मेरा घर ही है।
हम शिक्षक में बच्चें अपने माता-पिता की छवि देखें। ’चहक’ का अर्थ ही है कि बच्चें हमेशा चहकते रहें। बच्चें विद्यालय जब आए तो वह मुस्कुराते हुए यहां आए और जब बच्चें घर जाएं तो भी वह मुस्कुराते हुए जाएं। अगले दिन का आने का बेसब्री से इंतजार करें। शिक्षिका ने कहां कि मैं यही चाहती हूं कि हम सभी मिलकर अपने इन नन्हें-नन्हे बच्चों को एक उज्जवल भविष्य दें।