घोड़ासहन की चलता फिरता टीएलएम, शिक्षिका डॉ. अनिता देवी को मिला ‘टीचर्स ऑफ द मंथ’ का सम्मान

घोड़ासहन (पूर्वी चंपारण)। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए रा.म.वि. जमुनिया, घोड़ासहन की शिक्षिका डॉ. अनिता देवी को डॉ एस सिद्धार्थ अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग बिहार से एवं निदेशक शिक्षा विभाग बिहार से प्राप्त फरवरी माह के ‘टीचर्स ऑफ द मंथ’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा जारी प्रशस्ति पत्र के माध्यम से प्रदान किया गया, जिसे जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) संजीव कुमार, डीपीओ हेमचंद्र कुमार, डीपीओ नित्यम कुमार गौरव ने सौंपा।
डॉ. अनिता देवी लंबे समय से बालकों की समग्र शिक्षा, नवाचार, और डिजिटल शिक्षण विधियों के माध्यम से विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के बीच सीखने की रुचि को बढ़ाने के लिए शिक्षण में आधुनिक तकनीकों और क्रियात्मक गतिविधियों का समावेश किया है। उनके प्रयासों से विद्यालय का शैक्षणिक वातावरण काफी समृद्ध हुआ है और नामांकन दर में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
प्रशस्ति पत्र प्रदान करते हुए डीईओ ने कहा कि डॉ. अनिता देवी जैसे शिक्षक ही शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं। उनके नवाचारों और समर्पण से बच्चों को न केवल ज्ञान प्राप्त होता है, बल्कि वे जीवन के मूल्यों को भी आत्मसात करते हैं। डीईओ ने अन्य शिक्षकों को भी डॉ. अनिता देवी से प्रेरणा लेने की सलाह दी।
सम्मान पाकर डॉ. अनिता देवी ने कहा कि उनका उद्देश्य हमेशा से छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना और उन्हें भविष्य के लिए सक्षम बनाना रहा है।
स्थानीय समुदाय और विद्यालय परिवार ने भी इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया है। यह सम्मान क्षेत्र के लिए गौरव की बात है और इससे अन्य शिक्षकों को भी प्रेरणा मिलेगी।
इस उपलब्धि से घोड़ासहन क्षेत्र में शिक्षा के स्तर को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
शिक्षिका द्वारा लिखी कविता, कहानी बच्चों को पढ़ कर सुनाने पर बहुत खुश होते हैं। विद्यालय के बच्चा लिखने भी शुरू कर दिया है। लिख भी रहा है, पढ़ भी रहा है। शिक्षिका अनीता देवी के गाइडलाइन में बच्चे कहानी व कविता लिख रहे है।
