गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से सेहतमंद रहना बेहद जरूरी है : डाॅ सजनी प्रिया
अनुमंडल अस्पताल में 77 गर्भवती महिलाओं का हुआ एएनसी जांच, दी गई सलाह
डुमरांव. गर्भवती महिलाओं के लिए एएनसी (एंटीनेटल केयर टेस्ट) जांच बहुत जरूरी होता है. इसका लाभ हर गर्भवती महिला को उठाना चाहिए. इससे गर्भावस्था के दौरान की गंभीर जटिलताएं दूर होती हैं. जांच के माध्यम से पता लगाया जाता है कि किसी गर्भवती महिला में हाई रिस्क प्रेग्नेंसी या सीवियर एनीमिक का केस तो नहीं है.
शुक्रवार को अनुमंडल अस्पताल में 77 महिलाओं का एएनसी जांच हुआ. मौके पर डा सजनी प्रिया के अलावा जीएनएम शोभा कुमारी व सबिता कुमारी मौजूद रहीं. अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि यदि एनीमिक लेवल सात या उससे कम होता है, तो उसे सीवियर एनीमिक केस में रखा जाता है.
उन्होंने मैटरनल और चाइल्ड डेथ रेट को कम से कमतर करने के लिए सही एएनसी जांच को सबसे महत्वपूर्ण बताया. जांच के जरिये गर्भावस्था की गंभीर जटिलताओं को समय रहते दूर करते हुए माता और शिशु कि प्राणों की रक्षा की जा सकती है.
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के अन्तर्गत प्रत्येक महीने एएनसी जांच की जाती है. इस दौरान जांच को आई गर्भवती महिलाओं की हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (एचआरपी), एचबी प्रतिशत, एचआईवी, सिम्फिल्स, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि का परीक्षण किया जाता है.
गर्भवती महिलाएं इन बातों को ध्यान दें
प्रसुति रोग विशेषज्ञ डॉ सजनी प्रिया ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से सेहतमंद रहना बेहद जरूरी है. इससे बच्चे का समुचित विकास होता है. लापरवाही से मां व बच्चा दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. रोजाना संतुलित आहार और हल्का-फुल्का एक्सरसाइज एवं योग करनी चाहिए.
गर्भावस्था के दौरान हर तीन घंटे के अंतराल में कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए
प्रसुति रोग विशेषज्ञ डॉ रश्मि कुमारी बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान हर तीन घंटे के अंतराल में कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए. पौष्टिक युक्त आहार का सेवन करना चाहिए. प्रोटीन सोयाबीन, दाल, दूध व अंडा आदि में अधिक होता है. इसका सेवन लाभकारी है। डॉक्टर से समय-समय पर जांच जरूरी है.