केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों एवं वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर भाकपा का परिचर्चा आयोजित
देश आज अभूतपूर्व संकट से गुजर रहा है, यह संकट बाहरी शक्ति की देन नही हैं : रामनरेश पांडेय
डुमरांव. नगर भवन में शनिवार को केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों एवं वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर परिचर्चा आयोजित हुआ. जिसमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य सचिव रामनरेश पांडेय जैसे ही नगर भवन में पहुचे कार्यकर्ताओं ने इंकलाब जिंदाबाद, लाल झंडा जिंदाबाद, लाल सलाम के नारों से गूंज उठा. कार्यक्रम की अध्यक्षता व्योवृद्ध पार्टी के नेता सत्यनारायण प्रसाद और संचालन जिला मंत्री ज्योतेश्वर सिंह उर्फ बालक दास ने की.
अपने संबोधन में राज्य सचिव ने कहां कि देश आज अभूतपूर्व संकट से गुजर रहा है. यह संकट बाहरी शक्ति की देन नही हैं, बल्कि यह संकट उन्ही शक्तियों द्वारा पैदा किया गया हैं. जिनके हाथों में आपने अपने वोटों द्वारा देश की सत्ता सौपी थी. इस सरकार के शासनकाल का बड़ा हिस्सा जुमलेबाजी में बीत गया. दूसरा हिस्सा आरएसएस के सांप्रदायिक एवं फांसीवादी एजेंडा को लागू करने में बिता, तीसरा हिस्सा देश के बड़े-बड़े उद्योगपतियों और कारोबारियों की तिजोरी भरने में बिता और शेष हिस्सा अपनी विरोधी आवाजों को कुचलने में बिताया.
सबसे खतरनाक तो यह हैं कि प्रधानमंत्री सभाओं में संविधान को पवित्र ग्रंथ कहते हैं, लेकिन व्यवहार में संविधान के मूलभूत सिद्धांतो, मूल्यों और उनके उदेश्यों को बदलने की कोशिश की जा रही है. लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, साझी संस्कृति, अनेकता में एकता जैसी हमारी गौरवशाली विरासत को नष्ट करने की साजिश हो रही हैं. केंद सरकार की इन कुकृत्यों से लोग ऊब चुके हैं. केंद्र की इस सरकार बदलना अतिआवश्यक हो गया हैं.
विपक्षी दलों का गठबंधन देश के पैमाने पर बना है. इंडिया, भाकपा इसका एक घटक है. भाजपा भगाओ, देश बचाओ, नया भारत बनाओं संदेश को जन-जन पहुंचाने के लिए 2 नवंबर को पटना रैली में बड़ी संख्या में भाग लेने का आवाहन किया. सभा रविंद्र राय ने संबोधित करते हुए आगाह किया कि विश्वपूंजी विरासत के लोगों नरेंद्र मोदी जैसे कारपोरेट परस्त व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाने संबंधित प्रस्ताव दिया था.
भाजपा देश की आजादी में अपना योगदान बता दे एक भी लाठी नही खाने वाले भारत माता और राष्ट्रवाद कि आगुवाई का झूठा दंभ भर रही है. आलइंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्व महासचिव विजेंद्र केसरी ने मोदी को दुमुहा सांप बताया. एक तरफ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित करती है, तो दूसरी ओर महात्मा गांधी की हत्या करने वाले गोडसे पर फूल बरसा कर सम्मानित करती हैं.
सभा को पूर्व सांसद तेजनारायण सिंह, पूर्व विधायक रामाश्रय सिंह, नागेन्द्र मोहन सिंह, जिला पार्षद केदार सिंह, जितेंद्र सिंह के अलावे ओम प्रकाश सिंह, उमाकांत दुबे, शिवशंकर सिंह, सुदामा चौधरी, परबिंद सिंह, सुरेंद्र सिंह, बबलू राज, छितिज कसरी, सुदर्शन शर्मा, रामबदन सिंह, शिवशंकर प्रसाद, हरि प्रसाद, पारस राय, ललिता देवी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहें.