
राजकीय मध्य विद्यालय गंगवारा में वृक्षारोपण कर विद्यार्थियों ने दी मातृभूमि को श्रद्धांजलि
रून्नीसैदपुर (सीतामढ़ी)। पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक चेतना के उद्देश्य से राजकीय मध्य विद्यालय गंगवारा में बुधवार को एक भावनात्मक और प्रेरणास्पद पहल के तहत “एक पेड़ मां के नाम” अभियान चलाया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर छात्रों ने अपनी माताओं और मातृभूमि को समर्पित एक भावनात्मक संदेश दिया।
प्रधानाध्यापिका के नेतृत्व में चला कार्यक्रम
इस विशेष कार्यक्रम का नेतृत्व विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रेणु कुमारी ने किया, जिन्होंने बच्चों को पर्यावरण के महत्व और वृक्षों की आवश्यकता के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि “पेड़ जीवन का आधार हैं और यदि हम आज एक पेड़ लगाते हैं, तो वह आने वाली पीढ़ियों के लिए शुद्ध वायु, छाया और जीवन का स्रोत बनता है।”
छात्रों ने दिखाया उत्साह और संकल्प
कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया। उन्होंने अपने हाथों से पौधे लगाए और प्रत्येक पौधे को अपनी मां, दादी या किसी प्रियजन के नाम समर्पित किया। यह अभियान केवल पौधे लगाने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि बच्चों ने उन पौधों की देखभाल का भी संकल्प लिया। इससे उनके मन में प्रकृति के प्रति जुड़ाव और जिम्मेदारी की भावना और गहरी हुई।
शिक्षिकाओं की सक्रिय सहभागिता
शिक्षिका अंजू कुमारी की उपस्थिति और सहयोग से यह कार्यक्रम और भी प्रेरणादायी बना। उन्होंने बच्चों को पौधों की विभिन्न प्रजातियों, उनके लाभ और संरक्षण के उपायों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह भी समझाया कि हर छोटा प्रयास पर्यावरण में बड़ा बदलाव ला सकता है।
स्काउट गाइड टीम की रही विशेष भूमिका
विद्यालय के स्काउट गाइड प्रभारी पवन कुमार और उनकी टीम ने कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा तैयार करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने विद्यार्थियों को स्काउट भावना के अनुरूप अनुशासन और सेवा का संदेश देते हुए बताया कि “प्रकृति की सेवा, मानवता की सेवा है।”
अन्य शिक्षकों की उपस्थिति ने बढ़ाया उत्साह
इस अवसर पर विद्यालय के अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित रहे, जिन्होंने बच्चों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें नियमित रूप से पौधों की देखभाल करने के लिए प्रेरित किया। सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि हर साल इस तरह का वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
“एक पेड़ मां के नाम” कार्यक्रम केवल एक औपचारिक पौधारोपण अभियान नहीं था, बल्कि यह विद्यार्थियों के भीतर प्रकृति के प्रति प्रेम, जिम्मेदारी और सामाजिक चेतना को जगाने का सशक्त प्रयास रहा। इस पहल ने यह साबित कर दिया कि छोटे-छोटे कदम भी बड़े बदलाव की ओर ले जाते हैं। राजकीय मध्य विद्यालय गंगवारा का यह प्रयास निश्चित ही आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बनेगा।
