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इको क्लब की पहल : विद्यालय में वृक्षारोपण व जल संचयन कार्यक्रम आयोजित

औरंगाबाद, मदनपुर। प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय छालीदोहर में पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक सराहनीय पहल की गई। विद्यालय में इको क्लब के तत्वावधान में वृक्षारोपण एवं जल संचयन जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का संचालन विद्यालय के विज्ञान शिक्षक श्री सुबोध कुमार मिश्रा द्वारा किया गया, जिनके मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और स्थानीय समुदाय में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना था। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में विभिन्न प्रकार के फलदार, छायादार एवं औषधीय पौधे लगाए गए। वृक्षारोपण के दौरान विज्ञान शिक्षक सुबोध कुमार मिश्रा ने बताया कि “पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए। वृक्ष न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि जल संरक्षण और भूमि की उर्वरता बनाए रखने में भी सहायक होते हैं।”

इसके साथ ही जल संचयन को लेकर भी विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। जल संचयन के विभिन्न तरीकों जैसे वर्षा जल संग्रहण, भूमिगत टैंक निर्माण एवं पानी की बर्बादी रोकने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई। छात्रों को जल की महत्ता समझाते हुए बताया गया कि जल संकट को दूर करने के लिए हमें आज से ही छोटे-छोटे प्रयास शुरू करने होंगे।इस अवसर पर विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक सत्येन्द्र कुमार सिंह, जयमंगल प्रसाद, रमेश कुमार सिंह सहित अन्य शिक्षकगण उपस्थित थे।

सभी ने मिलकर पौधारोपण में भाग लिया और छात्रों को प्रेरित किया। शिक्षकों ने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में जलवायु परिवर्तन एक गंभीर चुनौती बन चुका है और इससे निपटने के लिए जनभागीदारी आवश्यक है।विद्यालय प्रबंधन ने इको क्लब की इस पहल की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों को जारी रखने का संकल्प लिया।

छात्रों ने भी इस कार्यक्रम से बहुत कुछ सीखा और उन्होंने संकल्प लिया कि वे अपने घर व आसपास के क्षेत्रों में भी पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूकता फैलाएंगे। कार्यक्रम का समापन एक विचार गोष्ठी के साथ हुआ, जिसमें छात्रों ने पर्यावरण विषय पर अपने विचार साझा किए और कविता, पोस्टर व निबंध लेखन जैसी गतिविधियों के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।

कुल मिलाकर यह कार्यक्रम न केवल ज्ञानवर्धक रहा, बल्कि छात्रों में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता भी उत्पन्न करने में सफल रहा। इस तरह, उत्क्रमित उच्च विद्यालय छालीदोहर द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम एक प्रेरणादायक पहल के रूप में सामने आया, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।

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