
डुमरांव. ऑल इंडिया रजिस्टर्ड नर्सेज फ़ेडरेशन बिहार के आवाहन पर एक दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन बिहार राज्य की सभी सरकारी संस्थानों की नर्सेज काला फीता बांध कर अपने कार्य स्थल पर विरोध दर्ज किया.
हाल में ही पश्चिम बंगाल में महिला पीजी डॉक्टर एवं उत्तराखंड की गई, उसे लेकर पूरे देश की नर्सेज व डॉक्टर में क्रोध की भावना व्याप्त है. जिसे देखते हुए शनिवार को अनुमंडलीय अस्पताल बिहार की नर्सेज अपने कार्य स्थल पर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध दर्ज करा कर यह मांग की दोषियों को फांसी की सजा और बिहार राज्य में कठोर कानून बनाकर महिला कर्मियों को सुरक्षा प्रदान की जाए.
प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा के द्वारा मांग किया गया कि बिहार के सभी स्वास्थ्य विभाग सरकारी संस्थानों में सीसी टीवी कैमरे की व्यवस्था व पुरुष एवं महिला सुरक्षा कर्मियों की तैनाती 24*7 जाए, जिससे महिला कर्मी एक सुरक्षित माहौल में अपना कार्य कर सके.
प्रदेश उपाध्यक्ष सह अनुमंडल अस्पताल में कार्यरत जीएनएम अनिल यादव ने बताया की एक ऐसा कानून बनें, जिससे ऐसी घटना ना हो और दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलायी जा सके. कार्य स्थल पर रह कर विरोध करने वालों में उमा, शारदा, सोनी, रजनी, मनोज, मृत्युंजय, चंदन, अमित, सरफराज, मनीष रहें.
वहीं डाक्टरों के हड़ताल पर रहने से ओपीडी में सन्नाटा पसरा रहा. अस्पताल परिसर के वेंटिग स्थल पर मरीज बैठे दिखें. इमरजेंसी में डाॅ लोकेश कुमार तैनात रहें. इमरजेंसी में लगभग नव मरीज मौजूद रहें. वहीं दूसरी तरफ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी चला, जिससे मरीज व मरीज परिजन को राहत मिली.
