बक्सर : न्यायालय के वरीय अधिवक्ता रामानुज पांडे के निधन के कारण मंगलवार को न्यायालय में नो वर्क रखा गया .बताते चलें कि छठ की छुट्टी के बाद मंगलवार को न्यायालय खुलने का पहला दिन था लेकिन अधिवक्ता के निधन के कारण सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्यों से अलग रहें. दोपहर बाद एक शोक सभा का आयोजन संघ के अध्यक्ष वरीय अधिवक्ता बबन ओझा की अध्यक्षता में किया गया .इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि दिवंगत अधिवक्ता व्यवहार कुशल एवं मृदुभाषी स्वभाव के थे. वही महासचिव बिंदेश्वरी प्रसाद पांडे ने बताया कि वर्ष 1970 से उन्होंने वकालत की प्रैक्टिस शुरू की थी तथा कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे.
अधिवक्ता रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहां की दिवंगत अधिवक्ता रामानुज पांडे अपने मृदुभाषी एवं सरल स्वभाव के कारण पूरे न्यायालय में लोकप्रिय थे तथा वरिष्ठ एवं कनीय वक्ताओं के साथ अच्छी तालमेल के साथ उन्होंने प्रैक्टिस किया, उनकी याद सदा आती रहेगी. शोक प्रकट करने में अधिवक्ता गणेश ठाकुर, शिवजी राय, कृपा शंकर राय ,सत्य प्रकाश पांडे, कुमार मानवेंद्र, उमाशंकर सिंह, आशुतोष ओझा, मनीष कुमार पाठक, सुजीत कुमार सिंह, रविंद्र कुमार रवि, शशिकांत उपाध्याय, ज्योति शंकर आदि कई अधिवक्ता शामिल है.