डुमरांव. कहते हैं कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ आत्मा निवास करती है. स्वस्थ रहने के लिए हमें स्वच्छ होना बहुत जरूरी है. उसी के अंतर्गत सोमवार को नगर परिषद ने स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 मिशन अंतर्गत अपनी परिकल्पनाओं में नगर भवन से छठिया पोखरा तक भव्य एवं विशाल रैली निकाली. जिसमें सैकड़ों की संख्या में स्कूली बच्चें, स्वयं सहायता समूह महिलाएं, सीआरपी, नगर परिषद कर्मचारी, सफाई कर्मी, आम जनता एवं शिक्षक समूह ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. रैली की शुरुआत नगर भवन से शुरू हुआ, जो गोला रोड होते हुए राजगढ़ के माध्यम से छठिया पोखरा तक पहुंचा. नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार एवं ब्रांड एंबेसडर सह शिक्षक अनुराग कुमार मिश्रा ने इन रैलियों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की.
साथ ही साथ बच्चों एवं सभी आम जनता के उत्साह को देखकर बहुत मनोबल भी बढ़ाया. स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 मिशन के तहत नगर परिषद आए दिन नई-नई कार्यक्रमों को स्वच्छता को बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है. आम जनता के मन में भी अब यह भावना आने लगी है कि सूखा कचरा और गीला कचरा को नगर परिषद के द्वारा दिए गए नीली बाल्टी और हरी बाल्टी में कैसे रखना है. उसकी समझ भी आ चुकी है. इसे थोड़ा और प्रोत्साहित करने के लिए हमें और प्रयासरत होना होगा. गांधी जी के सपनों को साकार करने के लिए नगर परिषद कटिबद्ध है. सोमवार को विशाल भव्य रैली में स्वच्छता सर्वेक्षण गीत यानी जिंगल के माध्यम से उसने अपनी बातों को आम जनता के सामने रखा. जिसे लोगों ने सुना समझा और उसे और आगे ले जाने के लिए शपथ भी लिया. नगर परिषद की ओर से जो कचरा उठाने वाली गाड़ियां है, उसे ही बहुत भव्य तरीके से फूलों एवं फ्लैक्स से सजाया गया.
रैली के बीच में स्कूली बच्चों एवं महिलाओं द्वारा बहुत सारे नारे भी लगाए गए. कार्यक्रम में प्लस टू महारानी ऊषारानी बालिका उच्च विद्यालय के शिक्षक तेज नारायण पांडे, सुनील कुमार, अजय सिंह, राजहाई स्कूल के बच्चों के साथ शिक्षक चंदन कुमार, अजय पाठक, सीपीएसएस प्लस टू उच्च विद्यालय के शिक्षक अविनाश कुमार, संजीव कुमार एवं अब्दुल मोबिन, नगर मिशन प्रबंधक रश्मि कुमारी व राकेश पांडे, नगर परिषद कर्मी लोमस दुबे, भोला, शिव, बंगाली के साथ-साथ सीआरपी कौशल्या, असमीना, सीमा, सरोज, पूनम, मनीषा, दिनेश एवं बच्चों के रूप में कुमकुम, आंचल, खुशी, सृष्टि, जयमाला, काव्या, सलोनी, वहीदा, नंदनी, खुशी, प्रीति इस भव्य रैली से स्थानीय लोग भी बहुत उत्साहित हुए.