प्रतापसागर मेथोदिस्ट अस्पताल में इलाज के बाद तीन बच्चें को डाक्टर ने बक्सर सदर रेफर
मौके पर पहुंचे डीएसपी, बीडीओ और नया भोजपुर ओपी थानाध्यक्ष
डुमरांव. एनएच 922 प्रतापसागर महावीर मंदिर के समीप बुधवार को स्कूल के छुट्टी बाद बच्चों को घर पहुंचाने के क्रम में विपरित दिशा से आ रहीं ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई. जिसमें वाहन चालक सहित प्रतापसागर के गोलू, शिवम, प्रीति, मंजीत सहित लगभग आधा दर्जन बच्चें जख्मी हो गए.
आनन-फानन में बच्चों को प्राथमिक इलाज के मेथोदिस्ट अस्पताल प्रतापसागर पहुंचाया गया. यहां से इलाज के बाद स्कूल वैन चालक सहित तीन बच्चें को बक्सर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. बता दें कि सिमरी प्रखंड अंतर्गत मंझवारी पंचायत के गोपालडेरा स्थित स्कूल के बच्चों की छुट्टी होने के बाद फोर लेने से नहीं होकर अन्य मार्ग से चिलहरी होते हुए प्रतापसागर बच्चों को छोड़ने के लिए जा रहा था.
इस दौरान विपरित दिशा से आ रहीं तेज रफ्तार ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई. जिसमें चालक सहित वैन बैठे छह बच्चें जख्मी हो गए. जिसमें तीन बच्चें व चालक को गंभीर चोट है. तीनों को अस्पताल के डाक्टर ने बक्सर रेफर कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही बच्चों के परिजन की चित्कार से अस्पताल गुंज उठा. जैसे तैसे आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे. घटना स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई.
उपस्थित लोगों की मदद से जख्मी बच्चें को नजदीक के अस्पताल में पहुंचाया गया. घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि घर के कुछ दुर पर ही घटना हुआ है. घटना की सूचना पाकर तत्काल डीएसपी आफाक अख्तर अंसारी, बीडीओ संदीप कुमार पांडेय, नया भोजपुर ओपीे थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सहित एनएचआई की टीम घटना स्थल पर पहुंची.
अस्पताल प्रबंधन से डीएसपी ने बच्चों का नाम, पता जानकारी मांगी, लेकिन उनका कहना था कि बच्चों के इलाज बाद रेफर कर दिया गया. इस पर डीएसपी ने निर्देशित किया कि इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए घटना मेें जख्मी का रिकार्ड रखना चाहिए.
डीएसपी के दिशा निर्देश पर बीडीओ व थानाध्यक्ष सदर अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में भर्ती बच्चों की स्थिति जानने बक्सर सदर पहुंचे. वहीं नया भोजपुर ओपी की पुलिस दोनों वाहनों को जब्त कर लिया. पुलिस ट्रक ड्राइवर को भी पकड़ थाना लेकर रखा है. हालांकि इस घटना में ट्रक ड्राइवर भी जख्मी बताया गया.
घटना के बाद भाग रहें ट्रक ड्राइवर को टोल प्लाजा के समीप पुलिस ने दबोच लिया. डीएसपी ने स्कूल वैन में सीट से अधिक बच्चों को बैठाने को लेकर जांच के दौरान कारवाई करनेे की बात कहीं. उन्होने कहां कि स्कूली वैन की कागजात के साथ ड्राइवर के पास लाइसेंस है या नहीं, इसकी जांच होगी.