सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ताओं की बैठक में बाल विवाह रोकने पर हुई चर्चा

जिला स्तरीय कार्यालय में जिले से उपस्थित रहें अन्य प्रखंड के सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता
डुमरांव. अक्षय तृतीया और शादी विवाह के मौसम को देखते हुए बाल विवाह मुक्त भारत अभियान से जुड़े जिला के विभिन्न प्रखंड के सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता जिलास्तरीय कार्यालय हरि जी के हाता में आयोजित बैठक में उपस्थित रहें. जिसमें बाल विवाहों को रोकने की रणनीति पर चर्चा किया गया.
सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ताओं को चंदन कुमार एवं संजय कुमार सिंह ने बताया की शादी विवाह के मौसम को देखते हुए बाल विवाह को रोकने के लिए जमीनी स्तर पर गांव-देहात में काम कर रहें कार्यकर्ताओं के लिए यह काफी महत्वपूर्ण समय है.
क्योंकि इस दौरान देश में हजारों की संख्या में बच्चों को बाल विवाह के नरक में झोक दिया जाता है. अक्षय तृतीया का त्योहार बाल विवाह की दृष्टि से काफी संवेदनशील है. इसलिए हम लोगों को पहले से तैयार रहना होगा.
दिशा एक प्रयास, बक्सर/भोजपुर के सचिव सुनीता सिंह ने बताया कि बाल विवाह मुक्त भारत अभियान देश भर के 161 गैर सरकारी संगठनों का गठबंधन है, जो 2030 तक देश में बाल विवाह के खातमें के लिए जरूरी टाइपिंग पॉइंट यानी वह मुकाम जहां से बाल विवाह अपने आप खत्म होने लगेगा, को हासिल करने के लिए जमीनी अभियान चला रहे हैं.
सभी मंदिर-मस्जिद में बाल विवाह न होने वाले पोस्टर, दीवाल लेखन सहित तमाम उपायों पर चर्चा किया गया किया गया. मौके पर चौगाई से खुशी, डुमरांव से भागमनी देवी, रोशन, अनीश, संजय कुमार सिंह तथा नावानगर से गीता, ब्रह्मपुर से श्रीनिवास ओझा, केसठ से संजय कुमार गुप्ता एवं तुहीन सिंह, सिमरी से दीपक कुमार एवं अभिषेक पाठक तथा इटाढी से मीरा कुमारी तथा अजय कुमार रोशन सहित अन्य लोग उपस्थित रहें.