घर के आस-पास जलजमाव न होने दें, नालियों में करें ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव
बीमारी के लक्षण नजर आते ही करें चिकित्सक से संपर्क
आरा, 02 नवंबर | बरसात के बाद जिले में सर्दियों का मौसम शुरू हो रहा है। बरसात के कारण कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। जिसके कारण गत दिनों जिले में डेंगू का प्रसार हुआ। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की तत्परता के कारण जहां डेंगू के प्रसार को कम किया जा सका, वहीं डेंगू से पीड़ित मरीजों का भी मुक्कमल इलाज किया जा सका। लेकिन भोजपुर जिला समेत पूरे राज्य में अभी भी डेंगू के प्रसार की संभावना खत्म नहीं हुई है।
डेंगू मलेरिया जैसे मच्छर जनित रोगों के प्रकोप से सभी को चिंताजनक परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा है। जिसको देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इनसे निपटने के लिए अलर्ट मोड़ में है। मच्छर जनित बीमारियों को लेकर विभाग की एक तरफ़ा मुहिम तब तक कारगर नहीं हो सकती, जब तक आम जन भी डेंगू के लक्षणों और इससे बचाव के प्रति जागरूक और सतर्क न हो जाये।
सबसे अधिक शहरी इलाकों से आए मरीज
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. केएन सिन्हा ने बताया, इस वर्ष 31 अक्टूबर तक जिले में 124 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई। जिनमें सबसे ज्यादा शहरी इलाकों से 80 मरीज आएं। वहीं, जिले के ग्रामीण इलाकों से 44 मरीजों में डेंगू पाया गया।
जिनका इलाज सदर अस्पताल, आरा के साथ साथ एम्स, रिम्स और आईजीएमएस पटना में कराया गया। जिन मरीजों की स्थिति नॉर्मल थी, उनका इलाज जिले में किया गया। लेकिन जिनको उच्च चिकित्सा सुविधाओं की आवश्यकता थी, उन्हें परिजनों की सहमति के साथ रेफर किया गया।
साफ- सफाई एवं जागरूकता जरूरी
एसीएमओ डॉ. सिन्हा ने कहा कि डेंगू को लेकर राज्य सरकार और स्वास्थ्य समिति तत्पर है। अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाये गए हैं। ताकि डेंगू के मरीजों का समुचित उपचार किया जा सके। साथ ही, डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया डेंगू मच्छर जनित रोग है, जो एक गंभीर बीमारी की श्रेणी में आता है।
डेंगू से बचाव के लिए लोगों को साफ- सफाई एवं जागरूकता जरूरी है। उन्होंने बताया की फिलहाल जिले में डेंगू का प्रसार स्थिर है। लेकिन संभावनाओं को देखते हुए शहरी और ग्रामीण इलाकों में फॉगिंग कराई जा रही है। जिससे मच्छर जनित रोगों के प्रसार को कम किया जा रहा है।
घर के आस पास जलजमाव व गंदगी बनी मुसीबत
डॉ. सिन्हा के अनुसार जिले के अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन की कम एवं बरसात के पानी का सही से निष्कासन नहीं होने के कारण गंदे पानी का जलजमाव एवं सड़कों तथा गलियों में गंदगी का फैलाव डेंगू प्रसार का सबसे बड़ा कारण है। लोग डेंगू के प्रति सचेत रहें।
घर के आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें। इससे मच्छर नहीं पनपेगा और आपका डेंगू से बचाव होगा। बरसात के कुछ महीने ऐसे होते हैं जब ना गर्मी ज्यादा है और ना ही सर्दी अधिक होती है। ऐसे मौसम में डेंगू के मच्छर ज्यादा पनपते और डेंगू मरीजों के ज्यादा मामले सामने आते हैं। इसलिए लोगों को अभी भी सावधान रहने की जरूरत है।
रोग प्रसार से बचने के लिए इन बातों पर दें ध्यान :
- घर में साफ सफाई पर ध्यान रखें
- कूलर एवं गमले का पानी रोज बदलें
- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें
- मच्छर भागने वाली क्रीम का इस्तेमाल दिन में करें
- पूरे शरीर को ढकने वाले कपडे पहनें एवं कमरों की साफ़-सफाई के साथ उसे हवादार रखें
- आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें
- जमा पानी एवं गंदगी पर कीटनाशक का प्रयोग करें
- डेंगू के लक्षण मिलने पर तुरंत ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें