कुटुंबा (औरंगाबाद)। प्रखंड अंतर्गत स्कूलों में शिक्षण सप्ताह के पांचवें दिन विद्यार्थियों में एकता और विविधता की भावना विकसित करने के लिए विशेष सांस्कृतिक दिवस का आयोजन किया गया।
गुरुवार को राजकीय मध्य विद्यालय घेउरा के छात्राओं द्वारा थीम के अनुसार प्रत्येक धर्म से संबंधित झांकियां, गीत-संगीत इत्यादि से यह स्पष्ट किया गया कि बिहार भी विविधताओं से भरा पड़ा है। अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं, अनेक प्रकार के खाना खाते हैं, अलग-अलग त्यौहार मनाते हैं। भिन्न-भिन्न धर्म का पालन करते हुए भी एक दूसरे का सम्मान करते हैं।
फोकल शिक्षिका रमीना कुमारी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहां कि आज हमारे समाज में व्याप्त अशिक्षा, अंधविश्वास, गरीबी, स्वार्थ, भेदभाव, अमीर गरीब, सवर्णों एवं दलितों, महिला पुरुष, जाति धर्म, भाषा इत्यादि समाप्त हो चुकी है। क्योंकि आज हम सभी समझ चुके हैं कि विविधता हमारे जीवन को समृद्ध करती है।
बिहार से बाहर दूसरे राज्य में भी रोजी रोजगार के लिए व्यवसाय व्यवस्थित हो जाते हैं।उसे राज्य की खान-पान रहन-सहन भाषा को अपनाने लगते हैं। इसलिए विविधता में एकता की भावना झलकती है। कार्यक्रम में विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिका एवं छात्राएं की भागीदारी सराहनीय रही।
मौके पर एचएम लाल मोहन प्रसाद, आरती प्रजापति, लवली कुमारी, प्रेम शिला कुमारी, खुशबू कुमारी, नमिता कुमारी, गोपाल राम, संतोष कुमार, अश्विनी कुमार, धर्मेंद्र कुमार, कमलेश कुमार, सुनील कुमार, रूही प्रवीण, कुमकुम कुमारी के अलावे छात्र-छात्राओं में सूरज, गौरव, सत्यम, अमरजीत, अंकित, संटू, स्पर्श, सुचित्रा, नेहा, मुन्नी, उषा, प्रिया, सरिता, अंशु, गीतांजलि, रौशनी सहित अन्य मौजूद रहें।