डुमरांव. राजगढ़ चौक स्थित एक सभागार में मंगलवार को वंचितों, शोषितों, अतिपिछड़ों के मंडल मसीहा कर्पूरी ठाकुर की 99वींं जयंती मनाई गई. जिसकी अध्यक्षता प्रमुख समाजसेवी व व्यवसाई मोहन प्रसाद गुप्ता ने की. ज्ञात हो कि कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 को समस्तीपुर जिले के पितौजिया ग्राम में हुआ था, जो कि अब कर्पूरी ग्राम के नाम से विख्यात है. स्व. कर्पूरी ठाकुर बिहार में प्रथम दो बार मुख्यमंत्री व दो बार उपमुख्यमंत्री रहे. स्व. ठाकुर 1952 से 1988 तक जीवन पर्यन्त बिहार विधानसभा के सदस्य रहे थे. स्वतंत्रता आंदोलन में भी भाग लिया तथा 1977 के जेपी आंदोलन के प्रमुख हस्ताक्षर थे.
इन्होंने बिहार में पहली बार मालगुजारी टैक्स माफ किया था तथा हिंदी को प्रमुखता देने के लिए मैट्रिक में अंग्रेजी की बाध्यता समाप्त की थी. इन्होंने मुंगेरीलाल कमीशन के तहत पिछड़ों एवं अति पिछड़ा के नौकरी में आरक्षण दिया था, ये शिक्षक भी थे. 17 फरवरी 1988 को इनकी मृत्यु हो गई. उपस्थित समाजसेवी श्याम जी प्रसाद गुप्ता ने प्रधानमंत्री से उन्हें भारत रत्न देने की मांग की. कार्यक्रम में श्याम जी प्रसाद गुप्ता, भस्माकर दूबे, कौशल्या देवी, ओम प्रकाश दुबे, विनोद कुमार केसरी, शिव जी कसेरा, काशीनाथ प्रसाद, ललन प्रसाद कुशवाहा, लक्ष्मण प्रसाद, जीतन सिंह यादव, बबलू चौरसिया, मो. आजाद, बबलू प्रजापति, संजय शर्मा, मुन्ना माली सहित अन्य लोग उपस्थित रहे.