31 दिसंबर तक परमानपुर पंचायत को टीबी मुक्त बनाने में जुटे जनप्रतिनिधि
टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए अभियान की करेंगे अगुआई
बक्सर, 04 नवंबर | टीबी मुक्त पंचायत पहल कार्यक्रम के तहत जिले के सभी प्रखंडों के दो-दो पंचायत को टीबी मुक्त बनाना है। इस क्रम में जिला यक्ष्मा केंद्र पूरी तरह से तत्पर है। अब इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की सक्रियता को बढ़ाई जा रही है।
ताकि, इस कार्यक्रम को जनांदोलन बनाया जा सके। जिसके तहत जिले के नावानगर प्रखंड के दो पंचायतों में गतिविधियां तेज कर दी गईं है। जिला यक्ष्मा केंद्र के अधिकारी व कर्मी प्रखंड के दो पंचायत परमानपुर व रूपसागर के जनप्रतिनिधियों से मिलकर उन्हें टीबी मुक्त पंचायत के उद्देश्य व महत्ता की जानकारी देने के साथ उन्हें अभियान का हिस्सा बना रहे हैं।
बीते दिन परमानपुर के मुखिया प्रतिनिधि अनिल कुमार चौबे के साथ एसटीएस कुमार वरुण मौर्य व टीबी चैंपियन कामेंद्र सिंह ने बैठक की। जिसमें मुखिया प्रतिनिधि ने पंचायत को हरहाल में मुक्त बनाने और सहयोग देने का आश्वासन दिया। साथ ही, टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए अभियान की अगुआई भी करेंगे।
सभी विभागों के समन्वय से संचालित होगा कार्यक्रम
एसटीएस कुमार वरुण मौर्य ने मुखिया प्रतिनिधि को बताया, जिले में टीबी मुक्त पंचायत पहल कार्यक्रम को गति देने के लिए सभी विभागों से समन्वय स्थापित किया गया है। जिसमें, आईसीडीएस, जीविका, शिक्षा विभाग समेत सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों से संपर्क किया जा रहा है।
ताकि, टीबी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जनसहभागिता को बढ़ाया जा रहा है। टीबी मुक्त पंचायत पहल के सफल संचालन के लिए पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर तक के अधिकारियों और कर्मियों को शामिल होंगे।
जिसमें चयनित ग्राम पंचायतों की सभी एएनएम, आशा कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, जीविका समूह, टीबी चैंपियन, आरबीएसके की टीम व पंचायती राज विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जा रहा। साथ ही, कार्यक्रम के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
जनप्रतिनिधियों को दिलाया जाएगा संकल्प
वहीं, टीबी मुक्त पंचायत पहल के संबंध में प्रभारी चिकत्सा पदाधिकारी डॉ. कमलेश कुमार ने बताया कि आगामी दिनों में टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम के लिए चयनित पंचायतों के साथ सभी पंचायत प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा। पंचायत प्रतिनिधि व सदस्यों को संकल्प दिलाया जाएगा।
पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से जागरूकता रैली, जागरूकता सभा व प्रभात फेरी कर लोगों को कार्यक्रम के प्रति सशक्त एवं जागरूक बनाया जाएगा। इस क्रम में पंचायत प्रतिनिधि व वार्ड पार्षद सदस्यों को भी संकल्प दिलाया जाएगा।
ताकि, वे सभी अपने कार्यक्षेत्र को टीबी रोग से मुक्त कराएंगे। फिलहाल आशा कार्यकर्ताओं को घर घर जाकर टीबी के लक्षण वाले मरीजों को चिह्नित करने का टास्क दिया गया। साथ ही, बलगाम का सैंपल कलेक्ट करते हुए उनके घरों की मार्किंग करने का काम किया जा रहा है।