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रक्तदान करने से शरीर द्वारा रक्त बनाने कि प्रक्रिया तीव्र हो जाती है : एसपी

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पुलिस सप्ताह के अवसर पर पुलिस लाइन में रक्तदान शिविर का आयोजन

स्वास्थ्य विभाग और रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से जवानों ने दिया खून

बक्सर, 29 फरवरी| पुलिस सेवा सप्ताह दिवस के अवसर पर गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। लहू हमारा जन सेवा में कार्यक्रम के तहत आयोजित इस शिविर का उद्घाटन पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने किया। इस दौरान एसपी जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि रक्त का कोई विकल्प नहीं है।

इसलिए शिविरों के माध्यम से रक्त एकत्र किया जाता है, जिससे किसी भी जरूरतमंद को समय पर उपलब्ध कराकर उसकी जान बचाई जाती है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से शरीर द्वारा रक्त बनाने कि प्रक्रिया तीव्र हो जाती है। शरीर में रक्त कोशिकाएं तेजी से बनने लगती हैं और लाल रक्त कोशिकाओं का फिर से निर्माण होता है। पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश यादव ने कहा कि रक्तदान से बीमार लोगों की मदद कर जान बचाई जा सकती है।

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रक्तदान के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए

सदर पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. तौहिद आलम ने बताया कि एक व्यक्ति द्वारा किए गए रक्तदान से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है। रक्तदान के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में युवाओं को आगे आना चाहिए। रक्तदान महादान की श्रेणी में आता है। इससे जरूरतमंद की मदद होती है।

उन्होंने रक्तदान करने से होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से चर्चा की और बताया कि नियमित रूप से रक्तदान करने वाले लोगों में अन्य लोगों की तुलना में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का खतरा कम होता है। जो व्यक्ति रक्तदान करता है उसको हार्ट अटैक की समस्या नहीं आती है। इसलिए युवाओं को वर्ष में कम से कम 2 बार रक्तदान करना चाहिए जिससे शरीर में नए रक्त का निर्माण हो सके।

एनीमिया समेत कई बीमारियों में नहीं करना चाहिए रक्तदान

रेडक्रॉस के सचिव श्रवण तिवारी ने जवानों को बताया कि रक्तदान करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। रक्तदान करने के लिए आपकी आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। रक्तदाता का ब्लड हीमोग्लोबिन का लेवन 13 से कम नहीं होना चाहिए।

रक्तदाता का वजन 50 किलोग्राम होना चाहिए, इसके अलावा रक्तदाता का पूरी तरह से स्वस्थ होना यानी कि ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या किसी अन्य प्रकार का संक्रमण नहीं होना चाहिए। एनीमिया, फेफड़ों की गंभीर बीमारी, हेपेटाइटिस, एचआईवी संक्रमण, एड्स आदि के शिकार लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं।

सामान्य तौर पर एक रक्तदान के तीन महीने के बाद ही अगला रक्तदान किया जाना चाहिए। इस मौके पर सार्जेंट मेजर उमेश चंद्रा, टाउन थाना प्रभारी संजय कुमार सिन्हा समेत अन्य पुलिस अधिकारीगण तथा एएनएम विनिता कुमारी व अंजू कुमारी उपस्थित रहीं।

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