मिशन दक्ष के तहत बढ़ाई में कमजोर बच्चें हो रहें दक्ष, प्रत्येक विद्यालय में शिक्षकों ने लिया है पांच-पांच बच्चें को गोद
डुमरांव. शिक्षा विभाग बिहार के आदेशानुसार जिले में वर्ग 1 से 8 वर्ग के छात्र-छात्राओं के बीच मिशन दक्ष कार्यक्रम नियमित रूप से संचालित हो रहा है. शिक्षा विभाग की पूरी टीम इस कार्यक्रम को सफल बनाने में 1 दिसंबर 2023 से अनवरत प्रयास करते हुए अपने उद्देश्य प्राप्ति के लिए प्रतिदिन कार्य करते हुए देखी जा रही है.
बताते चले की मिशन दक्ष की शुरुआत पूरे राज्य में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देशानुसार संचालित हो रही है, जिसके अधीन पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थी को पांच-पांच की संख्या में शिक्षक गोद लेकर उनके गणित, हिंदी और अंग्रेजी में दक्ष करने की योजना है.
इस कार्यक्रम की शुरुआत जिला खगड़िया से बताई जाती है, प्रत्येक वर्ष इस तरह के कार्यक्रम शिक्षा विभाग द्वारा संचालित होती रहती है. जिसमें पढ़ाई में कमजोर छात्र-छात्राओं का चयन कर उन्हें पढ़ाई के उच्च मापदंड को प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया जाता है.
जब हमारी टीम ने प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों दौरा के दौरान पाया कि प्रतिदिन 3ः30 से 4ः15 के बीच छात्र-छात्राओं को ट्यूशन की तरह पांच-पांच की संख्या में बैठ अपने कमजोर विषय में महारत हासिल कर रहें हैं.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में उच्च विद्यालय के शिक्षक भी अपने पोषक क्षेत्र के अंतर्गत मध्य विद्यालय के विद्यार्थियों को गोद लेकर उन्हें उच्च गुणवत्ता को प्रदान करने में सहयोगी की भूमिका अदा करते देखे जा रहे हैं.
विशेषकर मध्य विद्यालय के शिक्षक इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अथक और अनवरत साधना करते देखे जाते हैं, जब टीम ने विद्यार्थियों से बात किया तो उन्होंने बताया कि प्रतिदिन छुट्टी के बाद ट्यूशन की तरह शिक्षक-शिक्षिका उन्हें पढ़ा रहे हैं.
काफी आनंददाई माहौल में उनकी अध्ययन कला निपुण हो रही है. शिक्षकों में अनीता यादव, डा. मनीष कुमार शशि, सोनू वर्मा, सारिका चौधरी, प्रमोद चौबे, डा. सुरेंद्र सिंह, धनंजय मिश्रा, ब्रजेश राय, पम्मी राय, विकास कुमार, शिल्पम, आरती जयसवाल, प्रगति जायसवाल, दीक्षा, ममता, ऋतुराज, बिपिन, अजय सिंह, राहुल आदि ने कार्य में सहयोग की बात कही.