बक्सर : अम्बेडकर चौक पर स्थापित भारत रत्न, संविधान निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर की बीती रात कुछ असामाजिक तत्वों ने मूर्ति तोड़े जाने के खिलाफ भाकपा-माले के कार्यकर्ताओं ने डुमराँव विधायक डॉ अजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में परिवाद मार्च निकाला तथा अम्बेडकर चौक पर सभा की । इसके बाद अम्बेडकर छात्रावास में आयोजित विचार गोष्ठी में भी माननीय माले विधायक ने हिस्सा लिया । माले विधायक ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर की सीमेंट से जमाई हुई मूर्ति को तोड़ देना, इस देश के संविधान व लोकतंत्र को ख़त्म करने वाले लोगों के नफरत और समाज में दलितों, पिछड़ो, अतिपिछड़ों के बढ़ते राजनीतिक-सामाजिक दखल के डर को दर्शाता है । दलितों-गरीबों के बढ़ते हस्तक्षेप से संविधान विरोधी ताकतों में बौखलाहट है। जिसका नतीजा है बाबा साहेब की मूर्ति को तोड़ा जाना। लेकिन वो शायद भूल रहें रहें है कि मूर्ति तोड़ देने से वे बाबा साहेब के विचारों को खत्म नहीं कर सकतें। जब से केंद्र की सत्ता में भाजपा की सरकार आई है संविधान बनाम मनुस्मृति पर चर्चा गरमाने लगी है. एक के बाद एक संविधान पर प्रहार किया जा रहा है, कभी एससी/एसटी एक्ट के बहाने, कभी 13 प्वाइंट रोस्टर के बहाने तो कभी संविधान की प्रति को जलाने के बहाने और अब नागरिकता संशोधन कानून के बहाने। लगातार संविधान और लोकतंत्र को ख़तम करने की साजिस चल रही है । भाकपा-माले अपनी पूरी ताकत के साथ दलितों-गरीबों के पक्ष में खड़ी है । इस देश के लोकतंत्र और संविधान को बचने की जिम्मेदारी हम सबकी है । हम सबको देश हित में मिलकर संविधान विरोधी लोकतंत्र विरोधी ताकतों से मिलकर लड़ना होगा और उन्हें देश की सत्ता से उखाड़ फेकना होगा। हम प्रशासन से अविलम्ब अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने साथ ही वहाँ नयी मूर्ति की स्थापना की गारंटी करने की मांग करते हैं ताकि साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहे।