बक्सर : कृषि पर आधारित उद्योग की स्थिति एवं संभावना तथा केंद्र व राज्य सरकार की ओर से संचालित योजनाओं की वास्तविक स्थिति का जायजा लेने शनिवार को बिहार विधानसभा की कृषि उद्योग विकास समिति बक्सर पहुँची । इस समिति के सभापति भाकपा माले के तरारी से माननीय विधायक सुदामा प्रसाद के साथ समिति के माननीय सदस्य गोपाल रविदास, श्रीमती बीमा भारती, श्रीमती मंजू अग्रवाल, छत्रपति यादव, राम सूरत कुमार, मुरारी मोहन झा सहित अन्य सदस्यों ने बक्सर सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की । सर्किट हाउस में समिति के आगमन की पूर्व सूचना के बावजूद भी समिति के सदस्यों के लिए समुचित व्यवस्था नहीं होने पर समिति के सदस्यों ने नाराजगी व्यक्त की।
समिति ने किसानों के हित में संचालित योजनाओं की विभागवार समीक्षा की । साथ ही कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग एवं उद्योग विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश एवं सुझाव दिये। समिति के सभापति सह तरारी विधायक सुदामा प्रसाद ने कृषि एवं उद्योग विभाग के अधिकारियों से जिले में स्थापित लघु एवं कुटीर उद्योगों की जानकारी प्राप्त की। माननीय सभापति महोदय ने कहा कि बिहार में 90% कृषि कार्य बटाईदार किसानों के माध्यम से किया जाता है । लेकिन समीक्षा से पता चलता है कि सरकारी योजनाओं के लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है। कृषि प्रधान देश में सरकारी अनदेखी के कारण खेती-किसानी कभी भी मुनाफे का सौदा नहीं रही । किसानों के बेहतरी के लिए नीतियों के साथ साथ सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर देना होगा । सरकार को बीज, सिंचाई, उर्वरक और कीटनाशक के क्षेत्र में व्यापक सुधार करने की आवश्यकता है । बिहार में मंडी व्यवस्था को पुनः स्थापित करना चाहिए।
आज समिति के सभापति समेत सदस्यों ने बक्सर जिला अंतर्गत स्थापित लघु उद्योग व अन्य उधोगों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। बिहार विधानसभा के कृषि उधोग विकास समिति की टीम ने बक्सर जिले के चौसा व रामपुर का दौरा कर कृषि व मत्स्य विभाग से प्राप्त लाभुकों से मिले । चौसा में मत्स्य विभाग के लाभार्थि सुरेन्द्र प्रसाद साहनी से दी गई अनुदान राशि से उनके द्वारा की जा रही व्यवसाय पर व रामपुर में प्रकाश राय को कृषि विभाग से मिले अनुदान से की जा रही व्यवसाय पर चर्चा बिहार विधानसभा की टीम सभापति तरारी विधायक सुदामा प्रसाद, फुलवारी विधायक गोपाल रविदास, मंजू अग्रवाल, छत्रपति यादव सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।