’इंटरनेशन एनिमेशन डे’ पर कहां कि इस क्षेत्र में भी अनगिनत स्कोप व करियर
आने वाले समय में डिजिटल युग में डिजाइनिंग एनीमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आने वाला है दौर
पटना. हर साल ’28 अक्टूबर’ को दुनिया भर में ’इंटरनेशन एनिमेशन डे’ के तौर पर मनाया जाता है. कॉमर्शियल थियेटर से शुरू होने वाले एनिमेशन आज 2डी, 3डी और स्पेशल इफैक्ट्स के साथ बड़े पर्दे तक पहुंच गया है. स्टूडेंट्स इस फील्ड में करियर बना रहें हैं.
एनीमेशन ग्राफिक डिजाइन फील्ड में अनगिनत स्कोप और करियर बनाया जा सकता है, भारत ही नहीं देश विदेश में नौकरी प्राप्त कर सकते है. क्योंकि आने वाले समय में डिजिटल युग में डिजाइनिंग एनीमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दौर आने वाला है. जिसमें अभी से बच्चें अपने पढ़ाई के साथ स्किल को सीख कर भविष्य में बहुत नए कार्य कर सकते हैं.
मनीष कुमार शर्मा बालिका उच्च विद्यालय मनेर पटना के शिक्षक डिजिटल ग्राफिक एनीमेशन फील्ड में बहुत से कार्यशाला में बच्चों को प्रशिक्षण’ देखकर बहुत से बच्चों को रोजगार प्राप्त करने में मदद किया. साथ में ’किलकारी’, अन्य एनजीओ संस्थान और अपने स्कूल में बच्चों को एनीमेशन ग्राफिक डिजाइनिंग और बुक डिजाइनिंग जैसे स्किल को सीख रहा हूं.
बिहार सरकार के लिए शिक्षा विभाग, निपुण भारत, यूनिसेफ, बिहार म्यूजियम, एनसीईआरटी, एससीईआरटी के लिए बहुत सारे किताबें डिजाइनिंग किया हुं जैसे चहक, सैटरडे बैगलेस, आपदा प्रबंधक गाइड, प्रिंसिपल हैंडबुक बच्चों की कॉमिक्स, स्कूल डायरी, रामलीला स्टेज और बहुत सारे वर्कशॉप लेकर बच्चों को ट्रेनिंग दी है, ताकि बच्चें एनिमेशन और ग्राफिक फील्ड में खुद से पोस्टर बनाना, स्टोरी बुक बनना सीखे और ऐनीमेशन ग्राफिक डिजाइनिंग सीखकर भविष्य में रोजगार प्राप्त कर सकें.
मनीष कुमार शर्मा ने बताया कि मैंने प्रशांत किशोर आइ- पैक टीम नीतीश कुमार कैंपेन’ के लिए भी बहुत सारे पोस्टर डिजाइन वीडियो एनिमेशन तैयार किए थे. इस लिए 28 अक्टूबर – एनीमेशन डे पर मैं जानकारियां दिया कि इस फिल्ड में भी बहुत कैरियर संभावनाएं है.
हर बच्चों और शिक्षक को भी डिजिटल सॉफ्टवेयर और कोर्स सिखना चाहिए ताकि अपने कार्य को और डिजिटल क्रिएटिव तरीके से अपने विषय को पढ़ाया जा सकता है. मैने मीडिया की पढ़ाई सिमेज कॉलेज से किया और मैं सरकारी विद्यालय में शिक्षक पद पर हूं.
स्कूल में भी बच्चों को क्रिएटिव कार्य तथा कंप्यूटर डिजाइनिंग फील्ड भी सिखाता हूं, ताकि बच्चें खुद से अपनी किताबें, कविता, कहानियां, तस्वीरें,पोस्टर अपने स्कूल प्रोजेक्ट डिजिटल डिजाइन कर सकें.