पटना : शिक्षा विभाग बिहार के आदेश से जिला बक्सर के 3 शिक्षक गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की पहचान और इतिहास लेखन के लिए जिले का प्रतिनिधित्व करने किलकारी भवन पटना में पहुंचे जहां पूरे राज्य से 100 सो शिक्षक के साथ-साथ डायट व्याख्याता उपस्थित रहे. सांस्कृतिक स्रोत और प्रशिक्षण केंद्र अर्थात सीसीआरटी दिल्ली के निर्देशन में सहयोग करते हुए राज्य प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान बिहार और किलकारी केंद्र पटना के संयुक्त प्रयास से यह पूरा एक दिवसीय प्रशिक्षित प्रशिक्षण, उन्मुखीकरण और उत्साह वर्धन का कार्यक्रम संचालित हुआ.
राज्य से 100 प्रतिनिधि का मुख्य दायित्व भारत के स्वतंत्रता संग्राम में गुमनाम चेहरे को देश के सामने लाना है. वह गुमनाम चेहरे जिन्होंने देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया. कार्यक्रम का शुभारंभ बिहार राज्य गीत के साथ हुआ. एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक रश्मि प्रभा ने ऐसे कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित किया. किलकारी केंद्र पटना के निर्देशक ज्योति परिहार ने इतिहास लेखन को रेखांकित किया. सीसीआरटी दिल्ली के उप निदेशक राहुल कुमार ने गुमनाम चेहरे को सामने लाने के उद्देश्य को स्पष्ट किया.
विगत दिन यह ऑफलाइन कार्यक्रम पटना में प्रभावी ढंग से आयोजित हुआ. केंद्र सरकार के निर्देशन मे यह कार्यक्रम राज्य में आयोजित हुआ. आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत यह प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य स्तर पर आयोजित किया जिसमें जिला बक्सर का प्रतिनिधित्व शिक्षक डॉ मनीष कुमार शशि, डाइट व्याख्याता अजीत कुमार और शिक्षा विभाग के संदीप कुमार ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका शिव कुमार, केशव कुमार और मनीष कुमार, पुष्पा प्रसाद, अंकिता कुमारी इत्यादि की रही. जिला बक्सर के गुमनाम आज़ादी के दीवाने की पहचान हेतु चिन्हित 3 शिक्षक से संपर्क स्थापित किया जा सकता है.

