7 एवं 8 नवंबर को पटना में रसोइयों का भूखमरी मिटाओं अधिकार दिलाओं रैली
डुमरांव. राष्ट्रीय मध्याहन भोजन रसोइया फ्रंट के आवाह्न पर गुरूवार को गुरूवार को प्रखंड के विभिन्न सरकारी विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों ने अपनी 10 सूत्री मांगो को लेकर प्रखंड संसाधन केंद्र पर प्रदर्शल के साथ घेराव किया.
संगठन के संस्थापक सह राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल के नेतृत्व में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में कार्य कर रहें रसोइयों ने जुलूस निकाल प्रखंड संसाधन केंद्र पर धरना प्रदर्शन के साथ आक्रोशित रसोइयों ने बिहार सरकार के खिलाफ नारे लगाए. प्रदर्शन के दौरान रसोइयों ने हाथों में मांग पत्र लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
आयोजित धरना प्रदर्शन में उपस्थित रसोइयों का नेतृत्व कर रहीं आरती कुमारी ने बताया कि सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रधानमंत्री पोषण योजना में कार्यरत रसोइयों की स्थिति वर्तमान में दयनीय हो गई है. आगे कहां कि इस महंगाई में मिल रहें 1650 रुपए के मानदेय में भरण पोषण करना मुश्किल है.
दस सूत्री मांगों में प्रधानमंत्री पोषण योजना को ठेकेदारी करण से रोका जाए तथा विद्यालय परिसर में बना गरमा गरम, ताजा एवं पौष्टिक भोजन बच्चों को परोसा जाए. रसोईया का न्यूनतम मजदूरी कम से कम दस हजार मानदेय लागू किया जाए. कार्यरत रसोइयों को अस्थाई करण करते हुए वर्ष के 12 माह का मानदेय भुगतान किया जाए. कार्य के दौरान रसोइयों को चोट लगने या घायल होने पर इलाज की राशि उपलब्ध कराई जाए.
सभी कार्यरत रसोईया को मातृत्व अवकाश व विशेष अवकाश लागू कर लाभ दिया जाए. सभी रसोइयों को भविष्य निधि योजना का लाभ दिया जाए. सभी महिला रसोइयों को वर्ष में दो सूती साड़ी एवं पुरुषों को रसोइयों को दो पेंट-शर्ट का कपड़ा उपलब्ध कराया जाए. रसोईयों के कार्य दबाव को देखते हुए प्रत्येक 30 बच्चों के नामांकन पर एक रसोईया बहाल किया जाए.
रसोईया का चयन जिला शिक्षा अधिकारी या जिलाधिकारी के अधीनस्थ कराया जाए. सभी रसोइयों को नियुक्ति पत्र दिया जाए. सभी रसोइयों को सरकार द्वारा 5 लाख का जीवन बीमा मुफ्त में कराया जाए, शामिल है.
प्रखंड अध्यक्ष ने बताया कि मांग पूरा नहीं होने तक यह अनिश्चित कालीन हडताल जारी रहेगा. धरना प्रदर्शन में शशिकांत सिंह के अलावे संजू, विमला, सुशीला, फुल कुमारी, गीता, सुनीता, मामूनी, बीना, सुधरी, मीरा, दुर्गावती, शिव कुमारी सहित अन्य शामिल रहीं.